
लखनऊ से बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है। कोडीन कप सिरप मामले की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार किए गए कुछ अभियुक्तों के समाजवादी पार्टी (SP) से कथित संबंध पाए गए हैं। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर सीधा और तीखा हमला बोला है।
CM Yogi का बड़ा बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा-“मैं यह जरूर कह सकता हूं कि समाजवादी पार्टी प्रमुख द्वारा जो कहा जा रहा है, वह ठीक वैसी ही स्थिति है — कसूर मैं बार-बार करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आईना साफ करता रहा।”
यानि आरोप दूसरों पर, लेकिन सवाल खुद की राजनीति पर।
जांच अभी जारी, रिपोर्ट का इंतजार
CM योगी ने साफ किया कि मामला प्रारंभिक जांच के स्तर पर है और पूरी सच्चाई जांच रिपोर्ट आने के बाद सामने आएगी।
उन्होंने कहा— “जांच की पूरी रिपोर्ट आने दीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी सबके सामने आ जाएगा।”

सरकार का दावा है कि ड्रग माफिया पर Zero Tolerance Policy के तहत कार्रवाई जारी रहेगी, चाहे तार कहीं भी जुड़ते हों।
राजनीति बनाम कानून व्यवस्था
इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई बहस छिड़ गई है। बीजेपी इसे ड्रग माफिया + विपक्षी संरक्षण का मामला बता रही है। वहीं सपा इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दे सकती है।
लेकिन सवाल वही पुराना है— ड्रग नेटवर्क चला कौन रहा है और राजनीतिक छांव किसकी है?
जब सिरप नशा बन जाए, और राजनीति बयान तो कानून को ही तय करना पड़ता है— खांसी का इलाज कौन कर रहा है और बीमारी कौन फैला रहा है!
