“सपा दफ्तर गिराओगे? संभाल लो अपने स्मारक… बुलडोजर वापसी करेगा!”

अजमल शाह
अजमल शाह

उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई पर सियासत गरमाई हुई है। ताज़ा विवाद मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के दफ्तर के आवंटन रद्द किए जाने और खाली करने के नोटिस को लेकर है।
इसी मुद्दे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोला।

“तुम्हारे स्मारक भी नहीं बचेंगे…” – अखिलेश की चेतावनी

अखिलेश यादव ने तीखा बयान देते हुए कहा:

“जिस बुलडोजर से समाजवादी पार्टी का कार्यालय गिराया जाएगा, उसी बुलडोजर को खोजकर तुम्हारे स्मारक भी गिराए जाएंगे।”

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार चुन-चुन कर सिर्फ मुसलमानों, यादवों और ब्राह्मणों के घर गिरा रही है, और यह पूरी तरह से राजनीतिक और जातिगत प्रतिशोध है।

कमज़ोरों को डराना आसान, लेकिन इलाज भी होगा

अखिलेश यादव ने कहा:

“भाजपा सिर्फ कमज़ोरों को डराती है। लेकिन जिस दिन कमज़ोर को मौका मिलेगा, उस दिन इनका भी इलाज ज़रूर होगा।”

उन्होंने याद दिलाया कि बुलडोजर एक्शन में एक मां-बेटी की दर्दनाक मौत भी हो चुकी है, और शायद “वो मां-बेटी स्वर्ग से इन्हें श्राप दे रही होंगी।”

“अखिलेश दुबे की इमारत पर चलाओ तो मानें”

सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि सरकार में इतनी हिम्मत नहीं कि वे भाजपा समर्थित बिल्डर और रसूखदारों पर कार्रवाई करें।
उन्होंने नाम लेते हुए कहा:

“अगर अखिलेश दुबे की फर्जी इमारत पर बुलडोजर चला दो, तो मानें कि कानून सबके लिए बराबर है।”

“देश बचाना है तो भाजपा को हटाना होगा”

अखिलेश यादव ने भाजपा को ‘झूठी पार्टी’ बताते हुए 2027 चुनावों के लिए नारा दिया:

  • “देश बचाना है तो भाजपा हटाओ”

  • “समाज बचाना है तो भाजपा हटाओ”

  • “भाईचारा बचाना है तो भाजपा हटाओ”

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुटता और लड़ाई के लिए तैयार रहने की अपील की।

बुलडोजर अब राजनीति का नया चुनावी हथियार?

राजनीति में बुलडोजर अब सिर्फ मशीन नहीं, बल्कि शक्ति, डर, प्रतिशोध और अब जवाबी हमले का प्रतीक बन चुका है।
अखिलेश यादव का यह बयान बताता है कि 2027 का चुनाव सिर्फ मुद्दों का नहीं, बल्कि ‘कौन किस पर चला सकता है बुलडोजर’ का भी होगा।

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