
बिहार में चुनावी बिसात बिछने लगी है और चिराग पासवान ने फिर से अपनी विशिष्ट “ऑल-इन चिराग” रणनीति के साथ एंट्री ली है। रविवार को केंद्रीय मंत्री ने साफ कहा:
“हर सीट पर चिराग पासवान चुनाव लड़ेगा – चाहे नाम कोई और हो, लेकिन सोच चिराग की होगी!”
मतलब, पार्टी LJP (रामविलास) पूरी तरह फॉर्म में है, और हर उम्मीदवार में “चिराग मॉडल” फिट रहेगा।
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2020 की याद दिलाता है चिराग का नया अवतार?
याद कीजिए, 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग ने NDA से अलग होकर 137 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।
नतीजा:
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सिर्फ मटिहानी से जीत मिली
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और वहां से जीते राजकुमार सिंह बाद में जेडीयू में चले गए!
अब 2025 में चिराग ने साफ किया है:
“इस बार हम NDA के साथ हैं, और पूरी ताकत से साथ हैं।”
चिराग + NDA = एकजुटता या सीट का टकराव?
NDA में अब LJP (रामविलास), नीतीश कुमार की JDU और BJP साथ-साथ हैं। लेकिन बिहार की 243 सीटें हैं और तीनों दलों की अपनी-अपनी भूख भी है। तो सवाल ये उठता है:
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क्या सीट शेयरिंग में चिराग को मिलेगा बराबर सम्मान?
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या फिर NDA के भीतर ही दिखेगी सीट वॉर 2.0?
चिराग के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर मीमर्स भी एक्टिव हो गए:
“हर सीट पर चिराग? तो कहीं लाइट ज़्यादा ना हो जाए!”
“चिराग से चकाचौंध बिहार या सिर्फ सियासी बल्ब?”
चिराग की चमक फिर लौटेगी या पिछला अनुभव दोहराएगा?
2025 का बिहार चुनाव दिलचस्प होने वाला है।
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चिराग पासवान फुल ऑन मोड में हैं
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NDA में सीटों को लेकर जरूर गर्माहट होगी
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लेकिन जनता बस चाहती है – विकास और स्थिर सरकार, फिर चाहे चिराग हो या LED!
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