
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि उन्हें कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने फोन करके जी-7 सम्मेलन में शामिल होने का न्योता दिया है।
मोदी ने न केवल उन्हें चुनाव जीतने की बधाई दी, बल्कि इस आमंत्रण पर धन्यवाद देते हुए यह भी कहा कि वो शिखर सम्मेलन में भागीदारी को लेकर उत्साहित हैं।
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जयराम रमेश का तंज, जो अब लग रहा है “पुराना ट्वीट डिलीट करो” वाला मामला
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कुछ दिन पहले G7 को लेकर पोस्ट किया था कि पीएम मोदी को न्योता नहीं मिला — और इसे “कूटनीतिक चूक” करार दिया था।
उन्होंने बाकायदा मेक्सिको, ब्राज़ील, दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन जैसे देशों के नेताओं के आमंत्रण का ज़िक्र किया और पीएम मोदी की अनुपस्थिति को “डिप्लोमैटिक ड्रॉप” बताया।
लेकिन अब लगता है कांग्रेस की बात को “ब्रेकिंग न्यूज़” से “एडिट रिक्वेस्ट” में बदलना पड़ेगा।
मार्क कार्नी के कनाडा से आया ‘क्लीन बोल्ड’ जवाब
मोदी ने अपने पोस्ट में साफ कहा —
“कनाडा के पीएम मार्क कार्नी से बात करके खुशी हुई। उनकी जीत पर बधाई दी और G7 समिट में आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया।”
उन्होंने ये भी जोड़ा कि भारत और कनाडा अब “साझा सम्मान और हितों” की दिशा में मिलकर काम करेंगे। मतलब ये कि बात सिर्फ न्योते की नहीं, ग्लोबल पॉलिटिकल कैमिस्ट्री की हो रही है।
G7 समिट: कौन, कहां, कब?
इस साल का G7 सम्मेलन 15 से 17 जून के बीच कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के कानानास्किस में होगा। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, इटली, जर्मनी और कनाडा शामिल होंगे — और अब भारत की मौजूदगी भी ऑफिशियल हो गई है।
राजनीति का गेम ऑफ थ्रोन्स: न्योता किसे मिला, किसे नहीं?
सवाल ये नहीं कि किसे बुलाया गया, असली सवाल ये है कि कौन पहले ट्वीट करके बधाई देने में चूक गया। कांग्रेस ने मौका देख तंज कसा, लेकिन पीएम मोदी ने फोन कॉल से राजनीति की ‘क्लास’ ले ली।
क्या अब फोटो सेशन में सबकुछ सेट है?
G7 समिट में भारत की भागीदारी न केवल कूटनीतिक है बल्कि ये दिखाता है कि भारत ग्लोबल पॉलिटिक्स की फ्रंट रो में बैठा है। अब जब सम्मेलन में पीएम मोदी और अन्य विश्व नेता एक साथ फोटो खिंचवाएंगे — तो भारत में ट्विटर पर कांग्रेस का पुराना पोस्ट “रेट्रो ब्लंडर” कहलाएगा।
न्योता आया, जवाब दिया गया, राजनीति फिर मुस्काई
इस बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को मिली सम्मानजनक जगह — और कांग्रेस के तंज को मिला फैक्ट चेक का फुल टॉस जवाब।
अब देखना ये है कि इस समिट में मोदी क्या ‘डिजिटल इंडिया’ का मंत्र देंगे या ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का पिटारा खोलेंगे।
क्योंकि जब ग्लोबल समिट हो और पीएम मोदी जाएं, तो वहां कुछ न कुछ ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ ज़रूर बनता है।
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