अनाया बांगर खुलासा: टीम इंडिया के ‘सज्जन’ सीनियर क्रिकेटर की अश्लील हरकतें

जब मैदान पर बल्ला बोलता है, तो देश झूमता है। लेकिन जब मैदान के बाहर बटन खुलते हैं और भेजे जाते हैं ‘नंगी सच्चाइयाँ’, तो यही देश म्यूट हो जाता है। अनाया बांगर — पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर की ट्रांसवुमन बेटी — का बयान आया तो ‘भक्त-गुगली’ फेंकते रह गए।

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अनाया का बयान – ‘स्लो बाउंसर’ नहीं, सीधा नो-बॉल था!

“मैंने खुद को महिला के रूप में एक्सप्रेस किया, तो एक सीनियर क्रिकेटर ने ‘हाथ में बल्ला नहीं, कुछ और थमाया।’ WhatsApp पर अश्लील फोटो भेजे। मैं शॉक में थी।”

– अनाया बांगर, इंटरव्यू में

सीनियर प्लेयर: नाम गुप्त, हरकतें सार्वजनिक

एक ऐसा क्रिकेटर जिसने देश के लिए ‘मैच विनिंग इनिंग्स’ खेलीं, लेकिन महिला सम्मान के स्कोरबोर्ड पर जीरो मारा। क्या यही वो “ड्रेसिंग रूम कल्चर” है, जिसके लिए खिलाड़ियों को ‘ब्रांड एंबेसडर’ बनाया जाता है?

सिस्टम का DRS (Directly Regressive Sanskar)

  • बोर्ड चुप है।

  • खिलाड़ी प्रैक्टिस में व्यस्त हैं।

  • और सोशल मीडिया… उसे IPL के memes से फुर्सत नहीं।

क्यों? क्योंकि पीड़िता एक ट्रांसवुमन है।
जेंडर चेंज किया है, तो क्या इज़्ज़त का टॉस हार गई है?

बीसीसीआई का बयान आने तक, जनता को दो ऑप्शन हैं:

  1. या तो IPL के चौकों में सब भूल जाओ

  2. या सवाल पूछो – “कौन है वो क्रिकेटर जो ‘गेंद’ से नहीं, ‘गंदी मंशा’ से खेलता है?”

Satirical Footnotes (Because India takes cricket too seriously):

  • ये वही देश है जहां एक खिलाड़ी के जूते का ब्रांड हेडलाइन बनता है, लेकिन किसी महिला के साथ की गई अश्लीलता पर “इन्वेस्टिगेशन जारी है” का पोस्टर लगा रहता है।

  • खिलाड़ियों को ‘रोल मॉडल’ कहा जाता है, पर किसी ने नहीं बताया कि रोल कौन से मॉडल से लिया है — मुनव्वर फारूकी या एंड्रू टेट?

क्रिकेट में No Ball पर फ्री हिट मिलती है

लेकिन असल ज़िंदगी में जब “सीनियर” खिलाड़ी नैतिकता की सीमा लांघता है, तो पीड़िता को चुप्पी, ट्रोल और Character Assassination मिलती है। BCCI अगर “वैल्यूज” का पोस्टर छापती है, तो सवाल पूछने वालों को “Anti-Cricket” कहा जाता है।
क्यों भाई, संविधान के अलावा भी कोई ड्रेसिंग रूम नियम किताब है क्या?

ये मामला सिर्फ अश्लील तस्वीरों का नहीं है — ये उस सिस्टम का आइना है जहां ग्लैमर के नीचे गंदगी छुपाई जाती है, और पीड़ित से कहा जाता है: “Match चलता रहे, तू साइड में बैठ।”

अगली बार जब आप किसी क्रिकेटर को “भगवान” कहें, तो ज़रा उसका WhatsApp भी चेक कर लेना।

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सिराज फहीम के साथ Hello UP ब्यूरो

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