
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलना अब लगभग तय हो गया है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यूपी BJP प्रमुख पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन के वक्त उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे, जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य प्रस्तावक बने। सियासी गलियारों में इसे “संदेश साफ है” वाला पल माना जा रहा है।
BJP दफ्तर में उत्सव जैसा माहौल
सुबह से ही भाजपा मुख्यालय पर हलचल और जोश देखने को मिला। फूलों से सजा कार्यालय। समर्थकों की जबरदस्त नारेबाजी। बड़े नेताओं की मौजूदगी।
नामांकन के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े और संगठन चुनाव प्रभारी महेंद्र पांडे भी मौजूद रहे। साफ था—यह सिर्फ एक फॉर्म भरने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि पावर शो था।
निर्विरोध जीत लगभग तय
अब तक किसी अन्य नेता ने नामांकन दाखिल नहीं किया है, जिससे पंकज चौधरी का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है।
हालांकि, जब पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति पार्टी दफ्तर पहुंचीं तो थोड़ी देर के लिए राजनीतिक तापमान बढ़ा। उनसे जब पूछा गया कि नया अध्यक्ष कौन होगा, तो उनका जवाब था— “थोड़ी देर में पता चल जाएगा।”
राजनीति में ऐसे जवाब अक्सर बहुत कुछ कह जाते हैं।
कब होगा औपचारिक ऐलान?
यूपी BJP के नए अध्यक्ष का औपचारिक ऐलान 14 दिसंबर को किया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि यह घोषणा 15 जनवरी 2025 में होनी थी, लेकिन कई राज्यों में चुनावों के चलते मामला टलता रहा। अब पार्टी ने टाइमिंग भी और टारगेट भी सेट कर लिया है।
पंकज चौधरी ही क्यों? समझिए सियासी गणित
अगर पंकज चौधरी अध्यक्ष बनते हैं, तो वे चौथे कुर्मी नेता होंगे जिन्हें यह जिम्मेदारी मिलेगी। इससे पहले विनय कटियार, ओम प्रकाश सिंह, स्वतंत्र देव सिंह। यह महज संयोग नहीं बल्कि सोची-समझी सोशल इंजीनियरिंग है। 2024 लोकसभा चुनाव में यूपी से कुर्मी समाज के 11 सांसद जीते— 7 SP से 3 BJP से बीजेपी अब नहीं चाहती कि यह वोट बैंक और खिसके। पंकज चौधरी = कुर्मी कार्ड + संगठन अनुभव।

कौन हैं पंकज चौधरी?
पंकज चौधरी ओबीसी कुर्मी समुदाय से आते हैं और राजनीति के लंबे खिलाड़ी हैं।
महाराजगंज से 7 बार सांसद
राजनीति की शुरुआत पार्षद के रूप में
गोरखपुर के डिप्टी मेयर रह चुके
उन्होंने 1991, 1996, 1998, 2004, 2014, 2019 और 2024 में लोकसभा चुनाव जीते। वर्तमान में वे दूसरी बार केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री हैं और पीएम मोदी के भरोसेमंद नेताओं में गिने जाते हैं।
परिवार और निजी पहचान
पंकज चौधरी के पिता भगवती प्रसाद चौधरी यूपी के बड़े जमींदारों में थे। मां उज्ज्वला चौधरी महाराजगंज की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं। पत्नी भाग्यश्री चौधरी समाजसेवी हैं। राजनीति के अलावा वे आयुर्वेदिक तेल ब्रांड ‘राहत रूह’ के मालिक भी हैं— यानी राजनीति + व्यवसाय = फुल पैकेज नेता।
“जहां चुनाव मुश्किल हो, वहां संगठन मजबूत करो।”
बीजेपी ने यूपी में वही किया है—अनुभव, जातीय संतुलन और भरोसे का कॉम्बो पैक।
SP को मात देने का ‘कुर्मी कार्ड’! यूपी BJP की कमान पंकज चौधरी के हाथ
