
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शुक्रवार को अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग, लखनऊ में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा – “आजादी केवल एक उत्सव नहीं, यह हमारी जिम्मेदारियों का स्मरण है। यह वह दिन है जब हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगे।”
क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि और बलिदान का सम्मान
सीएम योगी ने रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, मंगल पांडे, चंद्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी और सरदार पटेल सहित सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया।
उन्होंने कहा – “भारत की आजादी अनगिनत बलिदानों और संघर्षों की नींव पर खड़ी है। यह महज तारीख नहीं, बल्कि त्याग और तपस्या की अमिट याद है।”
विजन-2047: भारत को बनाना है आत्मनिर्भर और विश्वगुरु
सीएम ने कहा कि जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा (2047), तब तक हमें ऐसा भारत बनाना होगा, “जहां हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मान मिले।”
उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के संकल्प को दोहराया और युवाओं से आह्वान किया कि “हर क्षेत्र में राष्ट्रनिर्माण की भूमिका निभाएं।”
कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर सख्ती
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ Zero Tolerance Policy अपनाई है।
“कानून-व्यवस्था ही विकास की नींव है। प्रदेश को सुरक्षित और पारदर्शी शासन देना हमारी प्राथमिकता है।”
पर्यावरण और जल संरक्षण पर फोकस
योगी आदित्यनाथ ने वृक्षारोपण, जल संरक्षण, और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए जनता से अपील की – “पर्यावरण रक्षा भी राष्ट्र रक्षा है। यह भी आजादी के प्रति हमारी जिम्मेदारी है।”
शिक्षा, स्टार्टअप्स और युवाओं के लिए योजनाएं
सीएम योगी ने युवाओं के लिए रोजगार, शिक्षा और स्टार्टअप्स को लेकर कई योजनाओं का उल्लेख किया – “हर युवा को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास के ज़रिए आगे बढ़ाने का प्रयास जारी है। स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा है।”
किसानों, श्रमिकों और गरीबों के लिए योजनाएं
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आयुष्मान भारत, और मुख्यमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा:
“हम समाज के आखिरी व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
योगी आदित्यनाथ का स्वतंत्रता दिवस संबोधन केवल औपचारिक भाषण नहीं, बल्कि एक राष्ट्र निर्माण का रोडमैप था। उन्होंने स्वतंत्रता को कर्तव्य और उत्तरदायित्व के रूप में परिभाषित किया और विजन 2047 को साकार करने की प्रेरणा दी।
लाल किला छोड़ कांग्रेस दफ्तर चले गए राहुल जी – भीगते हुए गाया राष्ट्रगान

