वॉरेन बफ़ेट का ऐतिहासिक विदा: बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से साल के अंत में इस्तीफ़ा

राघवेन्द्र मिश्रा
राघवेन्द्र मिश्रा

दुनिया के सबसे सफल निवेशकों में से एक, वॉरेन बफ़ेट ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि वह 2025 के अंत तक बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से इस्तीफ़ा दे देंगे। 94 वर्षीय बफ़ेट ने यह फैसला अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में लिया, जिसे निवेशक समुदाय ने भावुक लेकिन ऐतिहासिक क्षण बताया।

पोप नहीं, पॉप आइकन बनिए! ट्रंप की AI पोप तस्वीर पर कैथोलिक समुदाय का फटकारा

ग्रेग एबल होंगे नए सीईओ

बफ़ेट ने मंच से कहा:

“मुझे लगता है कि वह समय आ गया है कि जब ग्रेग को साल के अंत में कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बन जाना चाहिए।”
ग्रेग एबल फिलहाल कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट हैं और बफ़ेट के सबसे भरोसेमंद उत्तराधिकारी माने जाते रहे हैं।

बर्कशायर: एक टेक्सटाइल कंपनी से ट्रिलियन डॉलर समूह

बफ़ेट ने जिस कंपनी को खरीदा था, वह एक अवसानशील टेक्सटाइल फर्म थी। लेकिन आज वह एक 1.16 ट्रिलियन डॉलर की निवेश दिग्गज कंपनी बन चुकी है।
इसके तहत 60 से अधिक कंपनियां आती हैं — गेको (बीमा), ड्यूरासेल (बैटरियां), डेयरी क्वीन (रेस्तरां) — और हिस्सेदारी है Apple, Coca-Cola, Bank of America और American Express जैसी दिग्गज कंपनियों में।

चौथे सबसे अमीर व्यक्ति

ब्लूमबर्ग के मुताबिक, वॉरेन बफ़ेट की कुल संपत्ति 154 अरब डॉलर है, जो उन्हें दुनिया का चौथा सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है।

टिम कुक की भावुक श्रद्धांजलि

Apple के CEO टिम कुक ने एक्स पर लिखा:

“वॉरेन जैसा कोई नहीं है। मैं उन अनगिनत लोगों में से हूं जो उनकी समझदारी से बहुत प्रेरित हुए हैं।”

बफ़ेट का उत्तराधिकारी, निवेशकों की उत्सुकता

बफ़ेट के इस्तीफ़े के साथ पूरे बिज़नेस जगत की नज़र अब ग्रेग एबल पर है। क्या वह वैसी ही स्थिरता, संयम और दीर्घकालिक सोच ला पाएंगे जैसी बफ़ेट की पहचान रही है?

बफ़ेट का जाना केवल एक पद परिवर्तन नहीं, बल्कि एक युग का समापन है — एक ऐसा युग जिसमें निवेश एक कला और धैर्य एक रणनीति थी। अब देखना यह है कि ग्रेग एबल इस लिगेसी को कितना आगे ले जा पाते हैं

योगगुरु शिवानंद का निधन: पीएम मोदी और सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, पद्मश्री से हुए थे सम्मानित

Related posts