
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना से जोड़ते हुए ‘विकसित उत्तर प्रदेश विजन‑2047’ की शुरुआत की है। इसका लक्ष्य है कि राज्य के हर नागरिक, गाँव‑कस्बे से लेकर विद्यालय-कॉलेज तक, इस विज़न में अपने सुझाव दें और विकास की प्रक्रिया में योजक बने।
12 सेक्टर्स और सुझावों का आह्वान
विजन में कुल 12 सेक्टर्स निर्धारित किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र
पशुधन संरक्षण
औद्योगिक विकास
आईटी एवं इमर्जिंग टेक्नोलॉजी
पर्यटन एवं संस्कृति
नगर एवं ग्राम्य विकास
अवस्थापना
संतुलित विकास
समाज कल्याण
स्वास्थ्य

शिक्षा
सुरक्षा एवं सुशासन
सरकार ने बताया कि हर व्यक्ति मोबाइल में जारी QR‑कोड स्कैन कर सुझाव भेज सकता है, ताकि ये विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त सुझाव विजन डॉक्यूमेंट में शामिल हों।
यूपी की वर्तमान दशा और विकास यात्रा
योगी जी ने इस कार्यशाला में कहा कि:
1947 में उत्तर प्रदेश का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान लगभग 14% था, लेकिन समय‑साथ यह घटता गया। 2017 तक यूपी की GDP ₹12,36,000 करोड़ रुपये थी; आज यह लगभग ₹36,00,000 करोड़ के स्तर पर पहुँचने वाली है। प्रति व्यक्ति आय ₹45,000 से बढ़कर लगभग ₹1,20,000 हुई है। आंकड़े दिखाते हैं कि पिछले वर्षों में विकास की गति कितनी बढ़ी है।
पंच प्रण और जीवनशैली में परिवर्तन
सीएम ने बताया कि आज़ादी के 75 वर्ष “अमृत महोत्सव” के अवसर पर पीएम मोदी ने जो पंच प्रण दिए हैं, उन्हें अपनाना ज़रूरी है। ये हैं:
गुलामी मानसिकता से मुक्ति। विरासत का सम्मान। सेना व यूनिफॉर्मधारी जवानों का सम्मान। जाति‑वाद, क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर समतामूलक समाज। नागरिक कर्तव्यों का पालन। ये प्रण न सिर्फ घोषणाएँ हैं, बल्कि जागरूक नागरिक और नीति निर्माता मिलकर इसे दिनचर्या का हिस्सा बनाएँ, यही योगी जी का आह्वान रहा।
जन भागीदारी: सुझाव, सम्मान और जिम्मेदारी
योगी सरकार ने बताया कि अब तक लगभग 110+ शैक्षणिक संस्थानों में बुद्धिजीवियों की टीम छात्रों व जनता से संवाद कर चुकी है। तीन सौ से अधिक बुद्धिजीवी (सेवानिवृत्त अधिकारी, शिक्षाविद्, चिकित्सक, उद्यमी आदि) जिलों‑विभागों में विज़न पर चर्चा कर सुझाव जुटा रहे हैं। सर्वश्रेष्ठ सुझावों को पुरस्कृत किया जाएगा: प्रत्येक जनपद से तीन, पूरे राज्य से पाँच सर्वोत्तम सुझावों का सम्मान। यह कदम नागरिकों को सिर्फ वोटर न मानकर देश‑राज्य की विकास कहानी का भागीदार बनाने का संदेश देता है।
लक्षित विकास: आर्थिक लक्ष्य और युवाओं की भूमिका
उत्तर प्रदेश ने तय किया है:
2029‑30 तक राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाना। इसके बाद तीन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था तक पहुँचना। 2046‑47 तक लक्ष्य है उत्तर प्रदेश को 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाना। युवाओं, किसान, शिक्षक, उद्यमियों के सुझावों से यह लक्ष्य ज़्यादा व्यवहार्य और सबकी भागीदारी वाला बनेगा।
विकसित यूपी की ओर एक रास्ता
यह पहल सिर्फ योजनाओं की लिस्ट नहीं है—यह जनता, बुद्धिजीवियों और सरकार के बीच संवाद की प्रक्रिया है। जब हर नागरिक इस विजन में योजक बनेगा, तब ‘विकसित उत्तर प्रदेश विजन‑2047’ एक मूर्त रूप ले पाएगा।