वीडियो डिलीट नहीं किया? चलो पीट दो!” – बेंगलुरु में ‘लव-किडनैपिंग’ कांड

Ajay Gupta
Ajay Gupta

बेंगलुरु से एक ऐसा मामला सामने आया है जो “बॉलीवुड थ्रिलर” कम और सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला मनोवैज्ञानिक ड्रामा ज्यादा लगता है।

कहानी में ट्विस्ट: ‘वीडियो डिलीट कर दो वरना…’

19 साल के विष्णु (बदला हुआ नाम) को उसकी एक्स-गर्लफ्रेंड ने एक जाल में फंसा लिया — बस इसलिए कि उसके पास कुछ पुराने “इमोशनल” वीडियो और तस्वीरें थीं।

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जब विष्णु ने डिलीट करने से मना किया, तो मैडम ने अपने नए सर्कल को एक्टिवेट किया और शुरू हुआ ये लव-क्राइम सस्पेंस थ्रिलर

“चलो भाई, तुम्हें गाड़ी में बैठाना है!” – जबर्दस्ती किडनैप

विष्णु को एक सुनसान जगह ले जाया गया। न सिर्फ उसका फोन छीना गया, बल्कि उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा गया — ये सब महज इसलिए कि उसने डिजिटल मेमोरी में थोड़ी “पुरानी मोहब्बत” संभाल कर रखी थी।

एक अभियुक्त हेमंत ने विष्णु का फोन चेक कर वीडियो-फोटो डिलीट किए, लेकिन हिंसा तो स्क्रिप्ट का हिस्सा थी!

केस दर्ज, ज़मानत भी मिल गई! वाह रे कानून!

पुलिस ने किडनैपिंग, धमकी, और जानबूझकर चोट पहुंचाने के तहत केस दर्ज किया। बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 10 में से 8 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात ये रही कि अभियुक्तों को अंतरिम ज़मानत भी मिल गई।

“क्यों मिली ज़मानत?” — “हम कुछ नहीं कह सकते।”

अब आप पूछेंगे ज़मानत कैसे मिली? पुलिस कह रही है, “कमेंट नहीं करेंगे!”
जनता कह रही है — “हमारे साथ भी ऐसा हो सकता है?”

रेणुकास्वामी हत्याकांड: क्या इतिहास खुद को दोहरा रहा है?

इस मामले की तुलना की जा रही है कुख्यात रेणुकास्वामी हत्याकांड से, जिसमें अभिनेता दर्शन थुगुदीपा और उनकी कथित गर्लफ्रेंड पवित्रा गौड़ा का नाम चर्चित हुआ था। वहां भी वजह थी पर्सनल मैसेजेस, गुस्सा, और फिर मौत।

यहां फर्क बस इतना है कि विष्णु अभी जिंदा है… मगर सवाल ये है — “कब तक?”

डिजिटल इश्क और असली पिटाई – नया ट्रेंड?

आज की डेट में रिश्ता खत्म होना कोई बड़ी बात नहीं। लेकिन डेटिंग के “डिजिटल सबूत” को लेकर ये सोशल क्राइम एक खतरनाक ट्रेंड बनता जा रहा है।
जिस तरह से “वीडियो डिलीट नहीं किया? चलो पिटाई करो!” वाली सोच सामने आई है, वो साफ करता है कि समाज में “इमोशनल Maturity और लीगल अवेयरनेस” दोनों की कमी है।

ये है “लव स्टोरी 420”

इस मामले ने दिखा दिया कि किस तरह निजी रिश्तों की कड़वाहट अपराध में बदल सकती है। पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए — वरना हर ब्रेकअप के बाद कोई न कोई विष्णु अगला शिकार बनता रहेगा।

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