
उत्तर प्रदेश की राजनीति में गर्मी सिर्फ मौसम की नहीं, बल्कि तबादलों की भी है। रविवार देर रात और सोमवार सुबह, कुल मिलाकर 78 PCS अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया गया।
जिस तरह टिकटोक पर रील्स बदलती हैं, उसी रफ्तार से एसडीएम, एडीएम और नगर मजिस्ट्रेट की पोस्टिंग बदल गई।
कौन पहुंचा कहां: कुछ प्रमुख नामों पर नजर
नियुक्ति विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुसार कुछ बड़े नामों की जिम्मेदारियां बदली गई हैं:
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अनूप कुमार (ADM नगर, आगरा) संयुक्त निदेशक, बाल विकास एवं पुष्टाहार, लखनऊ
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यमुनाधर चौहान ADM (नगर), आगरा
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रामकेश सिंह प्रबंध प्रबंधक, सहकारी चीनी मिल संघ
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बृजेश कुमार त्रिपाठी संयुक्त निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय
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गरिमा सिंह ADM (वि/रा), अमरोहा
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राकेश कुमार पटेल अपर आयुक्त, लखनऊ मंडल
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रेशमा सहाय SDM, कन्नौज
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रेणुका दीक्षित SDM, इटावा
तबादलों का टाइमिंग गेम: रविवार की रात, सोमवार की मार
रविवार देर रात जब आम जनता वीकेंड एंजॉय कर रही थी, तब नियुक्ति विभाग की फाइलें जलदी-जलदी दौड़ रही थीं। एक ही झटके में 66 अधिकारियों को ट्रांसफर कर दिया गया। फिर सोमवार सुबह 12 और अधिकारियों की बारी आई। कुल मिलाकर 48 घंटे में 78 कुर्सियों की अदला-बदली!
ट्रांसफर ब्रेकडाउन: कौन कहां और किस पद पर
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42 PCS अधिकारी उपजिलाधिकारी के रूप में भेजे गए
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17 PCS अधिकारी सहायक नगर आयुक्त बने
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4 अधिकारी विशेष कार्याधिकारी पद पर तैनात
यह फेरबदल न केवल प्रशासनिक ढांचे में बदलाव लाता है, बल्कि सत्ता के सिग्नल भी देता है कि काम पर ध्यान दो, नहीं तो अगली लिस्ट तुम्हारे लिए भी तैयार है।
इसके पीछे का संदेश: परफॉर्मेंस या पॉलिटिक्स?
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ये तबादले केवल फॉर्मल प्रक्रिया नहीं हैं।
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जिन जिलों में विकास की रफ्तार सुस्त,
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या जहां जनता की शिकायतें ज्यादा,
वहां से अधिकारियों की कुर्सी हिली है।
सरकार एक तरफ जहां प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करना चाहती है, वहीं दूसरी ओर 2027 विधानसभा चुनावों से पहले हर मोर्चे पर फॉर्म बनाना चाह रही है।
तबादले से बदलेंगे हालात?
इस तबादला एक्सप्रेस से योगी सरकार ने एक बात तो साफ कर दी — परफॉर्म या पैक अप!
लेकिन अब असली सवाल ये है:
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क्या नई तैनाती वाले अधिकारी जनता की समस्याएं हल करेंगे?
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या फिर अगली तबादला लिस्ट में नाम आने से पहले फॉर्मलिटी वाली फाइलें निपटाते रहेंगे?
फिलहाल तो इतना तय है — यूपी की नौकरशाही में घड़ी की सुई नहीं, पोस्टिंग की चिट्ठी ही असली टाइम बताती है।
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