
केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश कैडर के 5 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को डायरेक्टर जनरल (DG) रैंक के लिए इंपैनल किया है।
यह अधिकारी अब देश की प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों जैसे CRPF, BSF, ITBP, NIA और NCRB में DG स्तर की ज़िम्मेदारी निभा सकते हैं।
यह यूपी पुलिस के लिए एक गौरव का क्षण है और यह दिखाता है कि राज्य का प्रशासनिक नेतृत्व अब राष्ट्रीय सुरक्षा की रीढ़ बनता जा रहा है।
इंपैनल हुए अफसरों की प्रोफाइल
सुजीत कुमार पांडेय (1994 बैच)
-
वर्तमान पद: ADG जोन, लखनऊ
-
पहले लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं
-
स्मार्ट पुलिसिंग के पक्षधर और टेक्नोक्रैट माने जाते हैं
जकी अहमद (1993 बैच)
-
वर्तमान तैनाती: IG, CRPF, जम्मू-कश्मीर
-
मऊ जिले से हैं
-
आतंक प्रभावित क्षेत्रों में लंबे अनुभव वाले अफसर
राजा श्रीवास्तव (1994 बैच)
-
अभी ADG, CRPF के रूप में तैनात
-
मूल निवासी: गोंडा
-
शांत स्वभाव के साथ कठोर प्रशासक माने जाते हैं
अखिल कुमार (1994 बैच)
-
वर्तमान: पुलिस कमिश्नर, कानपुर
-
मूल निवासी: बेगूसराय, बिहार
-
जमीनी पकड़ और रणनीतिक कौशल के लिए पहचाने जाते हैं
प्रकाश डी (1994 बैच)
-
वर्तमान: ADG, रेलवे, उत्तर प्रदेश
-
मूल निवासी: कर्नाटक
-
लॉजिस्टिक्स व ट्रेन ऑपरेशन सेक्टर में विशेषज्ञता
केंद्र में सेवाएं देने के लिए तैयार
जकी अहमद और राजा श्रीवास्तव पहले से ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, जबकि बाकी तीन अधिकारियों को केंद्र में योगदान के लिए यूपी सरकार की NOC का इंतज़ार है। NOC मिलते ही वे नई ज़िम्मेदारी संभालेंगे।
उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए यह क्यों है बड़ी उपलब्धि?
यह इंपैनलमेंट न केवल राज्य के प्रशासनिक स्तर को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि यूपी के अधिकारी केंद्र के भरोसेमंद रणनीतिक नेतृत्व बनते जा रहे हैं।
“अब लखनऊ से लेकर दिल्ली तक, यूपी IPS का दबदबा साफ़ नज़र आ रहा है।”
यूपी से निकली पांच धाराएं, अब केंद्र की सुरक्षा की गारंटी
इन अधिकारियों के पास जो मैदानी अनुभव, प्रशासनिक सूझबूझ और रणनीतिक सोच है, उसका लाभ अब पूरे देश को मिलेगा।
यह इंपैनलमेंट न केवल इन अधिकारियों के लिए बल्कि यूपी पुलिस के हर अफसर के लिए प्रेरणास्रोत है।
मौलाना पिटे, डिंपल विवाद पर पोस्टर के बाद अखिलेश की चुप्पी टूटी