
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकियों की पहचान की जा चुकी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं, जिनमें से दो पाकिस्तान के नागरिक हैं।
इन आतंकियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
हासिम मूसा उर्फ सुलेमान (पाकिस्तानी)
अली भाई उर्फ तल्हा भाई (पाकिस्तानी)
आदिल हुसैन ठोकर (स्थानीय कश्मीरी)
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तीनों पर ₹20 लाख का इनाम रखा गया है। जनता से इन आतंकियों के बारे में जानकारी देने की अपील की गई है।
हमले का खौफनाक सच: 26 की मौत, दर्जनों घायल
22 अप्रैल को हुए इस कायराना हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हमला निहत्थे पर्यटकों पर हुआ था, जिसे भारत की आत्मा पर हमला माना जा रहा है।
भारत का सख्त जवाब: सिंधु जल संधि और वीज़ा रद्द
हमले के बाद भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव से कई कड़े फैसले लिए हैं:
सिंधु जल संधि पर रोक
पाकिस्तान उच्चायोग से राजनयिकों का निष्कासन
सभी पाकिस्तानी वीज़ा रद्द
अटारी सीमा तत्काल बंद
सार्क वीज़ा सुविधा निलंबित
ये कदम दर्शाते हैं कि भारत अब “नो टॉलरेंस टू टेरर” नीति पर पूरी मजबूती से डटा है।
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“धरती के अंतिम छोर तक पीछा कर मारेंगे”
बिहार के मधुबनी में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त लहजे में कहा: “जो आतंकवादी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
उन्होंने दुनिया को चेतावनी देते हुए अंग्रेज़ी में भी दोहराया कि भारत अब सिर्फ शब्दों से नहीं, कर्मों से जवाब देगा।
अब सहनशीलता नहीं
पहलगाम हमले ने सिर्फ भारत को नहीं, बल्कि पूरे क्रिकेट, सुरक्षा और कूटनीतिक तंत्र को झकझोर दिया है। आतंकी गतिविधियों के पीछे छिपे पाकिस्तानी चेहरों को नकाब से निकालकर दुनिया के सामने लाना अब भारत की प्राथमिकता है। और इस बार, देश के जवाब में न कोई राजनीतिक भेद है, न जनमानस में कोई संदेह।