
एक दौर था जब लोग सादगी में शान ढूंढते थे। अब लोग स्नीकर्स में स्टेटस, एवोकाडो में ऐटिट्यूड, और कॉफी में क्लाउड ढूंढते हैं। आजकल का लाइफस्टाइल देखो — दूध फट जाए तो लोग इंस्टा स्टोरी डालते हैं: “Life be like this paneer today.”
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खाना नहीं, ‘कन्टेंट’ खा रहे लोग
अब भोजन सिर्फ थाली में नहीं होता — वो होता है Top angle, soft shadow, warm tone, और aesthetic cutlery में।
पहले लोग दाल में तड़का ढूंढते थे,
अब तड़के में DSLR ढूंढते हैं।
विचित्र फैक्ट:
80% लोग खाने से पहले “खाना देख लो” नहीं कहते, कहते हैं — “थोड़ा हाथ हटा न, फ्रेम आ नहीं रहा!”
फिटनेस? हाँ, फ़िल्टर वाला ही पूछिए!
आजकल हर कोई जिम जाता है… …क्योंकि वहां रील बनाने की लाइटिंग अच्छी होती है।
“Transformation Tuesday” में जो बॉडी दिखती है,
वो Facetune, CapCut और Abs Overlay से बनी होती है।
योगा अब “आंतरिक शांति” के लिए नहीं, बल्कि रिवीलिंग एक्टिववियर ब्रांड टैग करने के लिए किया जाता है।
सेल्फी में मुस्कान है, लेकिन सामने वाला किचन में बेहोश है
आपका दोस्त चाय में चीनी डालना भूल गया, क्योंकि वो Selfie में पाउट ट्यून कर रहा था। अब परिवार की तस्वीर नहीं, “फैमिली पोट्रेट फ़ॉर स्टोरी” होता है — जिसमें दादी पीछे से गालियाँ देती हैं कि “हमसे भी पूछ लेते न, बाल ठीक हैं या नहीं!”
मानसिक स्वास्थ्य की जगह ‘मूड बोर्ड’ ने ले ली है
“Feeling Low” अब दोस्त को बताने वाली बात नहीं — इंस्टा स्टोरी में नीली बारिश और कोट्स के साथ एक opportunity है – sympathy लाइक्स की।
Depression? Anxiety? Burnout?
अब वो सब Pinterest Boards पर “Aesthetic Feels” बन गए हैं।
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हम यही कहेंगे
पहले लोग ज़िंदगी जीते थे — अब वो लाइफस्टाइल प्लान में EMI देकर जीने की कोशिश करते हैं।
पहले दिल से लाइफ, अब लाइक से लाइफ चलती है।