कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि पिछले 11 सालों से देश में अघोषित आपातकाल जैसा माहौल बना हुआ है।उनके अनुसार, संविधान पर लगातार हमला हो रहा है, मीडिया को नियंत्रित किया जा रहा है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है – यह सब किसी ‘नाममात्र की आपातकाल’ से कम नहीं। ईरान-इज़राइल युद्ध में इंसानियत हारी। पढ़िए एक भावनात्मक रिपोर्ट “चार सौ पार” का ड्रामा: संविधान बदलने की साजिश? जयराम ने आरोप लगाया कि 2024 के चुनाव में पीएम मोदी ने ‘चार सौ पार’ का जनादेश…
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2025 में भारत की स्थिति: प्रगति, चुनौतियां और वैश्विक प्रभाव
भारत, जिसकी पहचान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और विविध सांस्कृतिक धरोहर के रूप में है, 2025 में एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभर चुका है। मगर इस विकास के पीछे कई पेचीदा परतें हैं—जहाँ एक ओर तकनीकी प्रगति है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक असमानता और पर्यावरणीय संकट भी हैं। UP Bulletin: बिना अनुमति नसबंदी, पुलिस तबादले और मक्का खरीद अर्थव्यवस्था: तेज़ी के साथ-साथ असमानता की चुनौती भारत की अर्थव्यवस्था अब $4.3 ट्रिलियन तक पहुँच चुकी है, जिसमें सेवा क्षेत्र, डिजिटल इंडिया, और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों का…
Read Moreराहुल गांधी की राजनीति: परिपक्वता की कमी या रणनीतिक अपरिपक्व शैली?
भारत में राजनीति अब केवल नीतियों की लड़ाई नहीं रही, यह प्रतीकों और बयानों की टकराहट का अखाड़ा बन चुकी है। हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद राहुल गांधी के बयानों ने एक बार फिर एक पुराना सवाल खड़ा कर दिया है —क्या राहुल गांधी में परिपक्वता की कमी है या यही उनकी राजनीतिक शैली है? छगन भुजबल फिर मंत्री बने! शिंदे बोले – पुराने शिवसैनिक, अनुभव का उठेगा फायदा ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए सवाल जब देशभर में भारतीय सेना के साहसिक अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” की प्रशंसा हो…
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