काबुल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए तालिबान के प्रवक्ता मावलवी जबीहुल्लाह मुजाहिद ने ऐसा बवाल काटा, जैसे बर्थडे पार्टी में केक न मिले! उन्होंने पाकिस्तान पर एक के बाद एक आरोपों की बौछार कर दी — कि उन्होंने ISIS को अपनी जमीन पर आराम से बसा लिया है, चाय बिस्किट के साथ। “खैबर पख्तूनख्वा बना ISIS का Airbnb?” जबीहुल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान का उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा अब ISIS का हॉट एंड हैपनिंग बेस बन चुका है। वहां से चलाए जा रहे ऑपरेशन सीधे अफगानिस्तान की शांति को हिला…
Read MoreTag: तालिबान
महिलाओं की लिखी 140 किताबें “हराम”- ये काम सिर्फ तालिबान कर सकता
तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के विश्वविद्यालयों में महिलाओं की लिखी किताबों को हटाने का आदेश जारी कर दिया है।जी हां, अब “सेफ़्टी इन द केमिकल लेबोरेटरी” जैसी वैज्ञानिक किताबें भी शरिया विरोधी मानी जा रही हैं। महिलाओं की लिखी 140 किताबें “हराम”? तालिबान का दावा है कि इन किताबों में मौजूद विचार “इस्लामी व्यवस्था के ख़िलाफ़ हैं”। 680 किताबों की बैन लिस्ट में करीब 140 ऐसी किताबें हैं जो महिलाओं ने लिखी हैं। अब लगता है कि कलम से खतरा है, किताबों से बगावत है। कौन-कौन से विषय हुए बैन? तालिबान ने…
Read Moreअफ़ग़ानिस्तान में बस हादसा: 73 की मौत, ईरान से लौट रहे थे अफ़ग़ान प्रवासी
तालिबान के नियंत्रण वाले अफ़ग़ानिस्तान में दर्दनाक हादसे में 73 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 17 बच्चे भी शामिल हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक बस — जिसमें ईरान से निकाले गए अफ़ग़ानी प्रवासी सवार थे — काबुल की ओर जा रही थी और अचानक उसमें आग लग गई। बस में लगी आग, बचने का नहीं मिला मौका तालिबान के सूचना और संस्कृति निदेशक अहमदुल्ला मुत्तक़ी ने बताया कि बस में सवार सभी यात्री मारे गए। इसके अलावा बस से टकराने वाले दो अन्य वाहनों में भी…
Read MoreICC अरेस्ट वारंट — तालिबान के ‘कानून’ अब खुद कानून के घेरे में
2021 में जब तालिबान फिर से सत्ता में लौटे, तो ऐसा लगा जैसे अफगानिस्तान में घड़ी उल्टी चलने लगी हो।पहले 1996 से 2001 का तालिबानी दौर तो सबने झेला था — लेकिन अब? इस बार लोगों को उम्मीद थी कि “शायद अब थोड़ा मॉडर्न होंगे”, लेकिन नहीं!तालिबान का ‘अपडेटेड वर्जन’ भी वहीं पुराना कोड चला रहा है, जिसमें महिलाओं की आज़ादी “वायरस” मानी जाती है और शिक्षा “सिस्टम एरर”। दाल ही पूरी काली थी: MLA गायकवाड़ जी ने खुद चख कर मारा थप्पड़ महिलाओं को क्या मिला? पर्दा, पाबंदी और…
Read Moreबॉर्डर बंद है, भरोसा लाइन से बाहर है! पाक-अफगान रिश्ते फिर ज़हरीले
जब दुनिया यूक्रेन, गाज़ा और तेहरान के धमाकों में उलझी थी, तब साउथ एशिया की एक और सीमा चुपचाप सुलग रही थी। अब वो चुप्पी खत्म हुई — और पाक-अफगान रिश्तों में फिर घुल गया है अविश्वास का ज़हर।शनिवार को पाकिस्तान के उत्तरी वज़ीरिस्तान में हुए आत्मघाती हमले में 13 सुरक्षाकर्मी मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान ने बिना किसी चेतावनी के गुलाम खान बॉर्डर को बंद कर दिया। जी हां, भरोसे की सीमा अब सील है — और अफगान तालिबान पूछ रहे हैं, “भाई! बताकर जाते कम से कम?” बंगाल…
Read Moreतालिबान का धमाकेदार डेब्यू: OIC मंच पर इजराइल-अमेरिका को चुनौती!
तालिबान अब सिर्फ AK-47 से नहीं, OIC के माइक से धमाका कर रहा है। कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर मुत्ताकी ने जो कहा, उसमें ज़्यादा आवाज़ “डायलॉग डिलीवरी” की थी और कम कूटनीति की। तालिबान की स्पीच सुनकर बाकी देशों के प्रतिनिधि सोचने लगे – “हम माइक बंद कर दें या बॉर्डर?” राम कहो तो गुनहगार? समाजवादी नहीं, ‘समाप्तवादी’ पार्टी- राकेश प्रताप सिंह तालिबान बोले: “OIC अब सिर्फ हलाल बिरयानी का प्लेटफॉर्म नहीं है!” मुत्ताकी ने कहा, “अब एक्शन चाहिए, निंदा नहीं।” उन्होंने इजराइल और अमेरिका को ललकारा और बाकी मुस्लिम…
Read Moreट्रंप-तालिबान: नोबेल शांति पुरस्कार के लिए सबसे मसालेदार जोड़ी
अगर नोबेल कमिटी शांति के नाम पर किसी को अवॉर्ड दे तो क्या बेहतर होगा, ट्रंप और तालिबान के जोड़ से? हाँ, वही ‘मिलावटदार’ जोड़ जो शांति के साथ विवादों की भी फुलशकल डोज़ लगाता है। IndiGo फ्लाइट में फ्यूल कमी, बेंगलुरु डायवर्ट; DGCA ने सुरक्षा जांच शुरू की ट्रंप और तालिबान: शांति की जोड़ी या ड्रामा क्वीन? यादगार डील में, जब ट्रंप ने तालिबान से हाथ मिलाया, शायद उन्हें पता था कि यह शांति नहीं, बल्कि एक बड़ा ड्रामा होगा। जैसा कि कहते हैं — “शांति की डोज़ में…
Read More