नवाबों की 9.70 पैसे की ‘शाही पेन्शन – लखनऊ पहुंचने में लगते हैं हजार

वसीका कोई आम पेंशन नहीं थी। ये वो “शाही इनकम” थी जो अवध के नवाबों ने ईस्ट इंडिया कंपनी को दिए कर्ज के बदले तय करवाई थी — ब्याज की शक्ल में पीढ़ी दर पीढ़ी वंशजों को पेंशन मिलती रहेगी। लेकिन अब ज़माना कुछ ऐसा बदला है कि 130 रुपये हर 13वें महीने मिलते हैं, और 9.70 पैसे की मासिक पेंशन लेने के लिए भी सैकड़ों रुपये लखनऊ आने में खर्च करने पड़ते हैं। ईस्ट इंडिया कंपनी गई, अंग्रेज गए – लेकिन वसीका अभी भी जारी है! 1857 के गदर…

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मां कसम लखनऊ तो बहुत घुमने गए होगे, लेकिन “तुर्किश गेटवे” नहीं देखा होगा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ देश के प्रमुख ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में एक खास मुकाम रखती है। अपनी नजाकत, तहजीब और बहुरंगी संस्कृति के लिए मशहूर यह शहर देश-विदेश के पर्यटकों को सदैव आकर्षित करता रहा है। गर्मियों की छुट्टियां बिताने के लिए लखनऊ एक बेहतरीन विकल्प है। सिर्फ’राजा भैया’ ही नहीं, एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत है प्रतापगढ़ नवाबी तहजीब और अद्भुत विरासत लखनऊ अपनी चिकनकारी कला, दशहरी आम के बागों, और बहुरंगी तहजीब के लिए विश्वप्रसिद्ध है। ऐतिहासिक अवध क्षेत्र में बसे इस शहर ने शिया नवाबों के…

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