
भारत सरकार ने तुर्की की पृष्ठभूमि वाली एयरपोर्ट ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी चेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। यह फैसला ब्यूरो ऑफ़ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया।
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कंपनी, जो पिछले 15 वर्षों से भारत के 9 प्रमुख एयरपोर्ट्स—दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई आदि—पर सेवाएं दे रही थी, अब भारत के विमानन क्षेत्र से बाहर हो गई है।
तुर्की-पाक रिश्तों पर भारत की सख्ती
India’s decision comes amid rising tensions with Turkey, which has consistently backed Pakistan on Kashmir and criticized India’s military actions. ये कदम तब आया जब तुर्की ने भारत के हवाई हमलों की निंदा करते हुए पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया।
चेलेबी का दावा: “हम भारतीय कंपनी हैं”
Celebi Aviation India ने दावा किया कि वह पूरी तरह से एक भारतीय प्रबंधित कंपनी है, और तुर्की के संस्थापक परिवार की केवल 35% हिस्सेदारी है, जिसमें से 17.5% कैन और कैनान सेलेबियोग्लू के पास है।
“We are in full compliance with aviation, tax and national security laws of India,” – Company Statement
क्या है चेलेबी का भारत में दायरा?
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9 हवाई अड्डों पर ऑपरेशन
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7,800 कर्मचारी
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58,000+ उड़ानों का संचालन
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5.5 लाख टन कार्गो हैंडलिंग
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दिल्ली G20 समिट में प्रमुख भूमिका
दिल्ली एयरपोर्ट ने भी तोड़ा रिश्ता
Delhi International Airport Ltd (DIAL) ने भी चेलेबी के साथ अपना कॉन्ट्रैक्ट समाप्त करने का ऐलान कर दिया है, जिससे कंपनी को बड़ा झटका लगा है।
क्या होगा आगे?
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस कदम से भारत के एविएशन क्षेत्र में विदेशी निवेश पर असर पड़ सकता है, लेकिन सरकार की प्राथमिकता “राष्ट्रीय सुरक्षा पहले” बनी हुई है।