RSS ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सेना, सरकार को सराहा

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भारत-पाक तनाव और पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी है। संघ ने इस निर्णायक सैन्य कार्रवाई के लिए भारत सरकार और सशस्त्र बलों की खुले शब्दों में सराहना की है।

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“ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सशस्त्र बलों को हार्दिक बधाई।” — @RSSOrg

भागवत और होसबाले की संयुक्त टिप्पणी: स्वाभिमान और साहस की बात

सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने अपने संयुक्त संदेश में कहा:

“हिंदू यात्रियों के नृशंस हत्याकांड में आहत परिवारों को और समस्त देश को न्याय दिलाने हेतु हो रही यह कार्रवाई देश के स्वाभिमान और हिम्मत को बढ़ाने वाली है।”

“सैन्य कार्रवाई आवश्यक और अपरिहार्य कदम है”

RSS ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों, उनके ढांचे और सहयोगियों पर की जा रही कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है।

“पाकिस्तानी सेना द्वारा धार्मिक स्थलों और नागरिक बस्तियों पर किए गए हमले अत्यंत निंदनीय हैं।”

शोक और सहानुभूति का संदेश

संघ ने पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों में पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की:

“जो इन हमलों का शिकार हुए, उनके परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं।”

देशवासियों से विशेष अपील: अनुशासन, एकता और सजगता जरूरी

RSS ने सभी भारतवासियों से सजग नागरिक बनने और राष्ट्रविरोधी ताक़तों के षड्यंत्रों को विफल करने की अपील की। उन्होंने कहा:

“सरकारी सूचना का पालन करें”
“राष्ट्रविरोधी शक्तियों से सामाजिक एकता को बचाएं”
“सेना और प्रशासन के साथ पूर्ण सहयोग करें”

“अपनी देशभक्ति का परिचय दें और राष्ट्रीय एकता व सुरक्षा के प्रयासों को बल दें।”

राष्ट्रीय संकट में RSS की सशक्त भूमिका और स्पष्ट रुख

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर न केवल सरकार का समर्थन किया, बल्कि पूरे देश को एकजुट और सतर्क रहने की समय की पुकार भी दी है।
यह बयान बताता है कि अब युद्ध सिर्फ सीमाओं पर नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, मानसिक दृढ़ता और सूचना की जिम्मेदारी के मोर्चे पर भी लड़ा जा रहा है।

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