अयोध्या में राम भक्तों को जल्द मिलेगा राम दरबार के दर्शन का सौभाग्य

अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में एक और ऐतिहासिक कदम जुड़ने जा रहा है। अब तक जहां रामलला बाल रूप में मंदिर के भूतल पर विराजमान हैं और करोड़ों भक्तों को दर्शन दे रहे हैं, वहीं अब मई 2025 में मंदिर के प्रथम तल पर “राम दरबार” की स्थापना की जाएगी। इस दरबार में भगवान श्रीराम राजा स्वरूप में विराजेंगे, साथ में माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी भी दर्शन देंगे।

98 फीसदी पूरा हुआ मंदिर निर्माण

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, राम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 98 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। अब फिनिशिंग और आंतरिक सज्जा का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना के साथ-साथ मंदिर के परकोटे (परिक्रमा पथ) में बनाए जा रहे छोटे-छोटे मंदिरों के दर्शन भी शीघ्र ही भक्तों को मिल सकेंगे।

राजस्थान में तैयार हो रही हैं राम दरबार की प्रतिमाएं

राम दरबार की भव्य प्रतिमाओं का निर्माण राजस्थान के प्रसिद्ध मूर्तिकारों द्वारा किया जा रहा है। इन्हें विशेष विधि-विधान के तहत अयोध्या लाया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से परामर्श कर रहा है ताकि मूर्ति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त सुनिश्चित किया जा सके।

धार्मिक पर्वों पर होगी स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा

प्राप्त जानकारी के अनुसार:

  • अक्षय तृतीया (मई 2025) के दिन राम दरबार एवं परकोटे में स्थापित सभी प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी।

  • गंगा दशहरा पर इन प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा।

यह आयोजन भव्य धार्मिक अनुष्ठानों और वैदिक परंपराओं के अनुरूप होगा।

राम दरबार दर्शन के लिए पास की विशेष व्यवस्था

राम दरबार के दर्शन के लिए भक्तों को नि:शुल्क पास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस व्यवस्था के अंतर्गत:

  • एक घंटे में अधिकतम 50 श्रद्धालुओं को दर्शन का अवसर मिलेगा।

  • पूरे दिन में लगभग 800 भक्त राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे।

  • दर्शन की यह व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रित, सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगी।

भक्तों में उत्साह, अयोध्या में तैयारियां जोरों पर

राम दरबार की घोषणा के बाद राम भक्तों में उत्साह और श्रद्धा की लहर दौड़ गई है। अयोध्या एक बार फिर ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्त्व के एक और गौरवपूर्ण क्षण की तैयारी में जुट गई है।

राम मंदिर ट्रस्ट का उद्देश्य है कि श्रद्धालु न केवल भगवान के दर्शन करें, बल्कि रामराज्य की अनुभूति भी प्राप्त करें।

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