UPPSC की RO/ARO परीक्षा की तैयारी: बनिए ‘कलम के कप्तान’, यूपीPSC के मैदान में!

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Prabhash Bahadur Civil Services Mentor
Prabhash Bahadur (Civil Services Mentor)

अगर आपके ख्वाब में सरकारी फाइलों की खड़खड़ाहट, नोटिंग-ड्राफ्टिंग की कलम और ‘समीक्षा अधिकारी’ की नेमप्लेट आ चुकी है… तो समझ लीजिए, अब मज़ाक नहीं — मंज़िल पास है!
UPPSC की RO/ARO परीक्षा न सिर्फ़ प्रतिष्ठित है, बल्कि लाखों अभ्यर्थियों के करियर की उम्मीद भी। और अगर आप चाहते हैं कि इस बार चयन सूची में आपका भी नाम चमके — तो तैयारी भी वैसी ही चाहिए: स्मार्ट, स्ट्रेटजिक और स्टिक-टू-द-प्लान वाली!

हम आपको देंगे वो सुपरहिट सुझाव, जो आपकी तैयारी को दे सकते हैं विजयी रफ्तार। तो चाय का कप भरिए, नोटबुक उठाइए… और चलिए, इस सफर को एक स्मार्ट शुरुआत देते हैं!

WhatsApp Image पर ज्ञान लपक लो : वर्ना एक इमेज क्लिक और उड़ जाएंगे रुपये!

शुरुआत वहीं से करें जहां सिलेबस लिखा हो!

पहले दिन से ही किताबों के ढेर में डूबने से अच्छा है कि आप पहले दिशा तय कर लें।

परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को आँखें फाड़-फाड़कर पढ़ें:

  • RO/ARO परीक्षा में क्या आएगा और क्या नहीं — ये जानना पहली जीत है।

  • कितने पेपर होंगे? कितने प्रश्न? वस्तुनिष्ठ होंगे या व्यक्तिनिष्ठ? सब जान लें।

  • हर विषय में कौन-कौन से उप-विषय हैं? कहीं ऐसा न हो कि आप पूरा भूगोल पढ़ जाएं, लेकिन उत्तर प्रदेश वाला हिस्सा छोड़ दें!

किताबें चुनिए, लेकिन ‘वजन’ नहीं, ‘विचार’ देखकर!

  • NCERT से लेकर कुछ चुनिंदा मानक किताबें — इनसे दोस्ती कर लीजिए।

  • पिछले सालों के पेपर = भविष्य की कुंजी

  • ऑनलाइन मटेरियल और मॉक टेस्ट प्लेटफॉर्म का सही इस्तेमाल करें (लेकिन Instagram से ज़्यादा वक्त इन्हें दें!)

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टाइम टेबल = तैयारी की रीढ़

  • ऐसा टाइम टेबल बनाइए जो आप फॉलो कर पाएं (ना कि बस दीवार पर टंगा रहे)।

  • कठिन विषयों को सुबह की ताजगी में पढ़िए, आसान वाले शाम की चाय के साथ भी हो जाएंगे।

  • हफ़्ते में एक दिन ‘Revision-Day’ रखें — वरना याद रखने की जगह भूलने की प्रैक्टिस हो जाएगी।

विषयवार तैयारी का मंत्र

1. सामान्य अध्ययन:

  • इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, साइंस, करंट अफेयर्स… और हाँ! यूपी का विशेष ज्ञान — ये न छोड़ें।

  • समाचार पत्र पढ़िए, लेकिन हेडलाइन पढ़कर WhatsApp फॉरवर्ड न बन जाइए।

2. सामान्य हिंदी:

  • विलोम, पर्यायवाची, मुहावरे, वाक्य-सुधार… और सबसे ज़रूरी: निबंध लेखन।

  • हिंदी की किताबों से दोस्ती बनाए रखें, वरना ये विषय इग्नोर करने पर बदला लेता है।

“Short है तो Smart भी बनाओ!” — नोट्स बनाएं

  • संक्षिप्त, सटीक और रंगीन (अगर पसंद हो तो!) नोट्स बनाइए।

  • माइंड मैप्स और फ्लोचार्ट्स आपकी याददाश्त को Instagram reel जितना शॉर्ट और शार्प बना सकते हैं।

पुराने पेपर + मॉक टेस्ट = रिवीजन का RDX

  • 5 से 10 साल पुराने RO/ARO पेपर हल करें — वो बताएंगे कि किस तरह के सवाल बार-बार आते हैं।

  • मॉक टेस्ट में अपनी परफॉर्मेंस ट्रैक करें। गलती करें, लेकिन उनसे सीखें भी!

शारीरिक और मानसिक फिटनेस: सिलेबस से बाहर सही, लेकिन रिजल्ट के लिए जरूरी

  • अच्छा खाइए, भरपूर सोइए, हल्का-फुल्का योग कर लीजिए।

  • तनाव में न आएं — RO/ARO बनने जा रहे हैं, रोबोट नहीं!

मनोबल का मास्टर प्लान

जब Notes हो भारी और जेब हो खाली, तो मैगी बनती है UPSC की रानी!

  • हर छोटी सफलता को सेलिब्रेट करें — जैसे पहली बार पूरा टाइम टेबल फॉलो किया।

  • हिम्मत टूटे तो खुद से कहिए: “पढ़ाई का बादशाह मैं हूं — और फाइनल सेलेक्शन मेरा हक़ है!”

RO/ARO का सपना देखिए, लेकिन Strategy के बिना नहीं!

“जो तैयारी से डर गया, समझो सफलता उसके नोट्स से दूर चली गई।”

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