
राजधानी लखनऊ में मौसम ने ऐसा ड्रामा किया है कि लोग कह उठे — “भैया, ये अक्टूबर चल रहा है या नवंबर की प्रैक्टिस?”
सोमवार रात से जारी रुक-रुककर बारिश ने शहर का पूरा टेम्परेचर डाउन कर दिया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री नीचे दर्ज हुआ और लोगों को “स्वेटर निकाल लो” मोड में डाल दिया।
पश्चिमी विक्षोभ का असर, बारिश का सिलसिला जारी
मौसम विभाग के मुताबिक, इस बारिश के पीछे पश्चिमी विक्षोभ का हाथ है — वही जो हर साल उत्तर भारत को भिगोने आता है।
पिछले 24 घंटों में 12.6 मिमी वर्षा हुई है और ठंडी हवाओं ने नवंबर का एहसास अक्टूबर में ही करा दिया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है — “थोड़ा और भीगो लो, मंगलवार तक यही मूड रहेगा।”
जनजीवन हुआ स्लो, दफ्तर टाइम पर पहुँचना हुआ मुश्किल मिशन
बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाई है, लेकिन ऑफिस वालों के चेहरे पर ‘लेट मार्क’ की चिंता लिखी है। शहर के कई इलाकों में पानी भर गया, सड़कें बन गईं ‘लखनऊ वॉटर पार्क’ और ट्रैफिक जाम ने सबको ठंडा कर दिया — सचमुच में!

गर्म कपड़ों की डिमांड बढ़ी, मौसम ने मार्केटिंग का नया सीजन खोला
मौसम की इस अचानक ठंडक से बाजारों में ‘स्वेटर सेल’ चालू हो गई है। लोगों ने कोट, मफलर, और चाय की दुकानें – तीनों को फिर से एक्टिव कर दिया है। मौसम विभाग का अंदाज़ा है कि अगले 48 घंटे तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी, उसके बाद मौसम ‘क्लियर टू क्लाउडी विद ए मोर्निंग टी’ मोड में लौट आएगा।
