
बिहार में चुनावी मौसम शुरू होते ही लालू यादव ने अपना क्लासिक अंदाज़ अख्तियार कर लिया है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर उन्होंने लिखा:
“झूठ बोलने आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी। क्या आप झूठ सुनना पसंद करेंगे?”
सियासत के इस ‘रोस्ट शो’ में रविशंकर प्रसाद भी कूद पड़े और बोले:
“लालू जी हल्की बातें बोलने में तेज़ हैं। पीएम पद की गरिमा का ध्यान रखें। आप भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं।”
अब इसमें गरिमा ज़्यादा दिखी या गर्मी — ये तय जनता करेगी!
राहुल गांधी बोले: “रॉबर्ट जीजा को परेशान कर रही है सरकार!”
दिल्ली से एक और भावनात्मक बयान आया — राहुल गांधी ने रॉबर्ट वाड्रा पर लगे मनी लॉन्ड्रिंग केस को “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बताया।
उन्होंने लिखा:
“ 10 सालों से सरकार टारगेट कर रही है। चार्जशीट भी पॉलिटिकल है।
मैं प्रियंका, रॉबर्ट और बच्चों के साथ खड़ा हूं।”
अब ये परिवारवाद है, परिवारभाव है या फिर “Family Pack Resistance” — जनता खुद तय करे।
पटना में गोली चली, जवाब आया
पटना के पारस अस्पताल में गुरुवार को अपराधी घुसे और इलाज करवा रहे कैदी चंदन मिश्रा को गोली मार दी।
इसी बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल बोले:
“हर आदमी की सुरक्षा के लिए पुलिस खड़ी नहीं हो सकती। पुलिस तत्पर है, अपराधी पकड़े गए हैं।”
मतलब बिहार में कानून का राज है — बस राज थोड़ा गोलीबारी से होता है।
राजनीति का रैपअप
-
लालू बोले: झूठ की यात्रा है।
-
रविशंकर बोले: गरिमा चाहिए, गाली नहीं।
-
राहुल बोले: जीजा पर वार, साजिश बारंबार।
-
दिलीप बोले: गोली लग गई? देखिए, हम तो अलर्ट थे।
इसी को कहते हैं —
“देश में चुनाव आए नहीं, नेताओं ने स्क्रिप्ट छुपाई नहीं!”
आराधना फिल्म रेट्रो रिव्यू: राजेश का सुपरस्टार बूस्टर और किशोर दा की वापसी