
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इन दिनों “उड़ान कम, परेशानियाँ ज़्यादा” मोड में चल रही है। उड़ानें कैंसिल, शेड्यूल ठप्प और यात्रियों की सूटकेस समेत सारी प्लानिंग धरी की धरी! आखिरकार DGCA भी जागा और चौंकाने वाली कार्रवाई करते हुए अपने 4 Flight Operation Inspectors को तुरंत सस्पेंड कर दिया।
कहाँ चूक गए DGCA Inspector? जांच में चौंकाने वाली रिपोर्ट
DGCA की इंटरनल टीम ने साफ कहा— ये 4 इंस्पेक्टर सेफ्टी और ऑपरेशनल कंप्लायंस के ज़िम्मेदार थे। लेकिन इन्होंने IndiGo की लगातार बिगड़ती ऑपरेशनल हालत को नजरअंदाज कर दिया।
नतीजा—उड़ानें रद्द, यात्रियों की लाइफ “टर्मिनल”-मोड में और एयरलाइन की हालत ICU में! DGCA ने इसे “Major Lapse” बताया है—मतलब बात छोटी नहीं थी, बस नोटिस देर से लिया गया।
Center Government भी एक्शन में — लोग फंसे तो सरकार भी हिली!
हजारों लोग एयरपोर्ट पर अटके रहे, तब जाकर सरकार ने भी कुछ सख्ती दिखाई। सरकार ने जारी किए अहम ऑर्डर:
- टिकट कैंसिल हो तो Time-Bound Refund अनिवार्य
- दूसरी एयरलाइंस को कहा—“ticket prices बढ़ाऊ तो समझ लेना!”
- DGCA ने IndiGo से Detail Report मांगी – तकनीकी + स्टाफ + संचालन पर पूरी जानकारी दो
सरकार का सीधा मैसेज— “यात्री परेशान? अब Airline परेशान होगी।”

IndiGo पर चारों तरफ से दबाव
एक तरफ ऑपरेशनल गड़बड़ियां, दूसरी तरफ DGCA की कार्रवाई। IndiGo पर सबसे बड़ा सवाल— “इतनी बड़ी Airline अपने सिस्टम को संभाल क्यों नहीं पा रही?”
DGCA ने साफ चेतावनी दे दी है— Security में छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं! अब IndiGo को अपने सिस्टम सुधारने के लिए एक ठोस ब्लूप्रिंट देना होगा।
यात्रियों के लिए सलाह — Takeoff से पहले Check-off ज़रूरी
DGCA ने कहा है कि स्थिति अभी सामान्य नहीं हुई है। इसलिए Travel से पहले Flight Status ज़रूर चेक करें। Better safe than stranded at Terminal!
राहुल ने लगाये आरोप, बीजेपी ने कैसे किया पलटवार- कटघरे में UPA
