नई दिल्ली । केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने राज्यसभा में कहा कि महाकुंभ के मद्देनजर दैनिक 46 उड़ानें अभी प्रयागराज जा रही है लेकिन किराये का निर्धारण वाजार आधारित है इसलिए इसमें वृद्धि हुयी है।श्री नायडू ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रयागराज से पहले आठ स्थानों के लिए उड़ाने होती थी लेकिन अव 15 स्थानों के लिए विमान परिचालन हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत से लंदन और प्रयागराज के किराये की तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि प्रयागराज में असाधारण मांग आने के कारण किराये में उछाल आया है।
एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि हवाई किराया वैश्विक स्तर पर बाजार आधारित है और उसका निर्धारण सरकारें नहीं
दिल्ली से प्रयागराज का किराया आमतौर पर है चार हजार रुपये महाकुंभ के कारण 20 हजार से ज्यादा पर पहुंचा गया है। किराया बाजार की मांग के आधार पर दरें विमानन कंपनियां करती है। भारत में भी विमानों का किराया इसी मानक के अनुरूप तय होता है।
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उल्लेखनीय है कि महाकुंभ शुरू होने के बाद प्रयागराज के लिए विमानों का किराया बहुत अधिक बढ़ा है। आम तौर पर दिल्ली से प्रयागराज का विमान किराया चार हजार रुपये के आसपास है लेकिन महाकुंभ के कारण यह 20 हजार रुपये से अधिक हो चुका है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश में विमानन क्षेत्र का वहुत प्रगति हुआ है और अभी देश में विमानन क्षेत्र में बहुत अधिक संभावना है।
देश में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के लिए 2008 का कानून है और उसी के अनुरूप काम हो रहा है और सरकार को काम अंतिम व्यक्ति तक हर सेवाओं को पहुंचाना है । इसके लिए उड़ान योजना भी शुरू की गयी है और इसको विस्तार भी दिया जा चुका है।