
व्हाइट हाउस में एक डिनर चल रहा था—न चाइनीज़ था, न इंडियन—लेकिन डोनाल्ड ट्रंप का बयान पूरी तरह देसी मसालेदार निकला। रिपब्लिकन सांसदों के साथ बातचीत करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि मई महीने में भारत और पाकिस्तान के बीच जो लड़ाई हुई, उसमें “चार या पाँच” लड़ाकू विमान हवा में ही मार गिराए गए।
अब ये साफ़ नहीं है कि ये विमान किस देश के थे—भारत के, पाकिस्तान के या फिर ट्रंप के सपनों के!
ट्रंप की ट्रेड डील, टैंक की डील में बदली?
उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार के नाम पर मध्यस्थता की, जिससे युद्धविराम संभव हुआ। एक बार फिर “डील मेकर” ट्रंप ने याद दिलाया कि उन्होंने सब शांत कराया—जैसे स्कूल के दो बच्चों की लड़ाई छुड़ाने में कोई प्रिंसिपल।
भारत का दावा: ‘उच्च तकनीक वाले पाक विमानों को गिराया’
भारत के एयर मार्शल ए.के. भारती ने पुष्टि की थी कि पाकिस्तान के कुछ अत्याधुनिक विमान भारत ने गिराए, पर उन्होंने संख्या नहीं बताई। शायद वो नहीं चाहते थे कि ट्रंप गिनती में फिर से कन्फ्यूज हो जाएं।
वहीं पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत के छह विमान मार गिराए—एक से एक राफेल, मिराज और शायद काल्पनिक भी।
सीडीएस अनिल चौहान: “विमान क्यों गिरे, ये सोचने की बात है”
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने जवाब में ज़ोर दिया कि गिनती से ज़्यादा जरूरी है कि “विमान क्यों गिरे?” यानी अगर नंबर गिनने लगें तो पूरा हवाई अड्डा गिनना पड़ेगा।

उन्होंने कहा, “गलती से सीखना ज्यादा ज़रूरी है, संख्या मायने नहीं रखती।”
सटीक बात—ट्रंप को छोड़कर बाकी सभी सहमत दिखे।
सच्चाई, राजनीति और ट्रंप – एक ब्लेंडेड कॉम्बो
जब भी दुनिया गंभीर होती है, डोनाल्ड ट्रंप एक एंटरटेनमेंट ब्रेक की तरह आते हैं। उनके बयान न तो पूरी तरह झूठ होते हैं, न सच – बस कहीं बीच में तैरते हुए, माइक के पास पहुँचते ही ज़ोर से टकरा जाते हैं।