Delhi Blast 2025: जैश ए मोहम्मद ने बनाई थी ‘किलर डॉक्टर्स लैब’

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन 

दिल्ली के लाल किला धमाके (Red Fort Blast) की जांच में अब एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
जांच एजेंसियों ने बताया है कि इस हमले के पीछे कोई आम आतंकी नहीं, बल्कि “डॉक्टरों का पूरा टेरर नेटवर्क” काम कर रहा था।
इन सफेद कोट में छिपे आतंकी डॉक्टरों को जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने भारत में अपना इंटेलिजेंस और रिक्रूटमेंट नेटवर्क बनाने के लिए तैनात किया था।

जैश की ‘किलर डॉक्टर्स लैब’

सूत्रों के मुताबिक, जैश ने इन डॉक्टरों को ‘टेरर लैब’ के रूप में तैयार किया था ताकि किसी को भी शक न हो।
इस नेटवर्क में शामिल प्रमुख नाम हैं — डॉ. उमर मोहम्मद, डॉ. शाहीन शाहिद, डॉ. आदिल अहमद, और डॉ. मुजम्मिल शकील। ये सभी डॉक्टर फरीदाबाद, लखनऊ और कश्मीर से जुड़े हैं।

फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी इस नेटवर्क का अहम केंद्र बताई जा रही है, जहां से कई डॉक्टरों का जैश मॉड्यूल से कनेक्शन मिला है।

डॉ. शाहीन शाहिद: महिला विंग की कमांडर

फरीदाबाद मॉड्यूल की मास्टरमाइंड बताई जा रही डॉ. शाहीन शाहिद को जैश की महिला विंग “जमात उल मोमिनात” की भारतीय प्रमुख बनाया गया था।
इस विंग की लीडर पाकिस्तान में मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर है, जिसका पति यूसुफ अजहर कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड था।
शाहीन को भारत में भर्ती और नेटवर्क विस्तार की जिम्मेदारी दी गई थी।

डॉ. उमर मोहम्मद: लाल किला ब्लास्ट का सुसाइड बॉम्बर

डॉ. उमर मोहम्मद को दिल्ली ब्लास्ट का मुख्य सुसाइड बॉम्बर बताया जा रहा है। वो फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था।
उमर ने MD (Medicine) की डिग्री ली थी और पहले GMC श्रीनगर और GMC अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट रहा। पुलिस जांच में सामने आया कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास i20 कार में धमाका करने वाला आतंकी वही था, जिसमें 9 लोग मारे गए।

डॉ. आदिल मोहम्मद: अनंतनाग से जैश पोस्टर तक

डॉ. आदिल मोहम्मद, जो अनंतनाग का सीनियर डॉक्टर था, ने 19 अक्टूबर को श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए थे
CCTV फुटेज से उसकी पहचान हुई और 6 नवंबर को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया। उसके लॉकर से रायफलें और कई हथियार बरामद हुए। आदिल की गिरफ्तारी से ही डॉ. मुजम्मिल शकील का नाम सामने आया।

डॉ. मुजम्मिल शकील: विस्फोटक का मास्टर

फरीदाबाद के धौज इलाके से डॉ. मुजम्मिल शकील के किराये के घर से 360 किलो विस्फोटक, असॉल्ट राइफलें, टाइमर और वॉकी-टॉकी बरामद हुए। पास के गांव में छापेमारी में 2500 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला। वो भी फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था और पुलवामा निवासी था।

लखनऊ में ATS की बड़ी रेड

यूपी एटीएस ने लखनऊ के मड़ियांव में डॉ. परवेज अंसारी के घर पर छापेमारी की। वो डॉ. शाहीन का भाई बताया जा रहा है और जैश नेटवर्क से जुड़ा माना जा रहा है। हालांकि छापेमारी के वक्त घर पर कोई नहीं मिला, लेकिन इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का स्टीकर और डॉक्टर साइन वाली बाइक जब्त की गई।

डॉ. सज्जाद भी रडार पर

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने घाटी में डॉ. सज्जाद को भी हिरासत में लिया है, जो डॉ. उमर मोहम्मद का करीबी दोस्त है। जांच में पता चला कि दिल्ली धमाके में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था। इससे साफ है कि ब्लास्ट प्लानिंग बेहद प्रोफेशनल थी।

डॉक्टरों का यह आतंक नेटवर्क सामने आने के बाद NIA, ATS और दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर हैं। अल फलाह यूनिवर्सिटी और इसके आसपास के क्षेत्रों में CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और कई संदिग्धों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।

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