मोंथा आया और सब उड़ गया! तूफान ने ली बिजली, नींद और नेट

संजीव पॉल
संजीव पॉल

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) ने आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में लैंडफॉल किया और अपनी 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सबको हिला दिया। रात 7:30 बजे से लेकर 1 बजे तक हवा, पानी और बिजली का ऐसा कॉम्बो चला कि पूरा तटीय इलाका हिल गया।

आंध्र प्रदेश में मोंथा का कोहराम

लैंडफॉल के वक्त हवा की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंची। कई घर ढह गए, पेड़ उखड़ गए और समुद्र किनारे बने मकान बह गए।
रेलवे स्टेशन में पानी भर गया, बिजली के खंभे गिर गए और पूरी रात शहर अंधेरे में डूबा रहा। कोनासीमा जिले में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोग घायल हैं।

ओडिशा में भी बारिश और आफत

बुधवार सुबह तूफान 74 किमी/घंटा की स्पीड से ओडिशा पहुंचा। यहां भी भारी बारिश और तेज हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।
सड़कें नदियों में बदल गईं और निचले इलाकों में जलभराव ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी।

13 राज्यों में अलर्ट – IMD की चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार, अब तूफान कमजोर होकर आगे बढ़ रहा है और 13 राज्यों में बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी है — इनमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा और तेलंगाना शामिल हैं।

रेलवे ने भी बदला रूट – कई ट्रेनें रद्द

तूफान की मार से रेलवे सेवा पर असर पड़ा है। रेलवे ने कई ट्रेनों को कैंसिल और डायवर्ट कर दिया है — जैसे 15027 मुजफ्फरपुर–यशवंतपुर एक्सप्रेस, 12836 हाटिया–यशवंतपुर सुपरफास्ट, और 03253 पटना–चल्लापल्ली स्पेशल को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है।
रेलवे ने यात्रियों से यात्रा से पहले वेबसाइट या स्टेशन से जानकारी लेने की अपील की है।

राहत कार्य तेज़ – कलेक्टर ने दी जानकारी

तेलंगाना के वारंगल जिले की कलेक्टर डॉ. सत्य शारदा ने बताया — “हमने पहले ही एहतियाती कदम उठाए थे। सभी स्कूल, बाजार और अस्पतालों में छुट्टियाँ घोषित कर दी गई थीं। गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।”

वर्तमान में राहत दल स्वास्थ्य सेवाओं और भोजन आपूर्ति पर ध्यान दे रहे हैं।

कर्नाटक पर असर नहीं, लेकिन बादल जरूर

IMD वैज्ञानिक डॉ. एन. पुवियारसन के मुताबिक, “अगले 4-5 घंटों में चक्रवात कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जाएगा। कर्नाटक पर सीधा असर नहीं होगा, पर बीदर, कलबुर्गी, विजयपुरा में हल्की बारिश संभव है।”

Montha का सफर: खाड़ी से छत्तीसगढ़ तक

तूफान ने आंध्र और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद अब विदर्भ और छत्तीसगढ़ की ओर रुख किया है। यह फिलहाल 37 किमी/घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है और अगले 12 घंटों में कम दबाव क्षेत्र में तब्दील हो सकता है।

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