
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बुधवार को एक बार फिर वही पुराना लेकिन सबसे भरोसेमंद सीन दोहराया गया—नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली…और बिहार ने कहा: “दे दे थोड़ा और अनुभव!” 10वीं बार CM बनकर नीतीश ने ये भी साबित कर दिया कि बिहार की राजनीति में Experience is the new evergreen evergreen!
पहले CM नीतीश कुमार ने शपथ ली, फिर एक-एक कर भाजपा और जेडीयू के मंत्री मंच पर पहुंचे। PM मोदी से लेकर अमित शाह तक मंच पर मौजूद रहे—पूरा इवेंट किसी पॉलिटिकल IPL फाइनल जैसा लगा।
NDA Cabinet: अब किसको क्या मिला?
इस बार कैबिनेट में सबसे बड़ा स्लॉट BJP के 14 मंत्री, JDU के 9, और सहयोगी दलों के प्रतिनिधियों का है।
BJP का 14-सदस्यीय पावर ब्लॉक
बिहार में BJP का यह अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व है — दो डिप्टी CM और 12 मंत्री।
कुछ बड़े नाम:
- सम्राट चौधरी (डिप्टी CM) – कुशवाहा समाज का सबसे बड़ा चेहरा
- विजय कुमार सिन्हा (डिप्टी CM) – भूमिहार शक्ति का नया पावर आइकॉन
- नितिन नवीन – पटना का सबसे भरोसेमंद शहरी चेहरा
- मंगल पांडे – एक बार फिर स्वास्थ्य और संगठन में दम दिखाने को तैयार
- श्रेयसी सिंह – शूटिंग स्टार से पॉलिटिकल स्टार बनीं
- रामकृपाल यादव – दिल्ली से पटना तक का अनुभव साथ लाए
- संजय टाइगर – नाम भी टाइगर, रवैया भी टाइगर
BJP की रणनीति साफ—जातीय समीकरण + युवा चेहरा + अनुभवी ब्रिगेड = सत्ता का परफेक्ट फॉर्मूला।
JDU के 9 मंत्री – नीतीश मॉडल का ‘कॉम्बो पैक’
- अशोक चौधरी – दलित चेहरा, प्रशासनिक एक्सपीरियंस
- विजेंद्र यादव – यादव समाज का प्रमुख प्रतिनिधि
- लेसी सिंह – महिला + राजपूत समीकरण
- श्रवण कुमार – नीतीश के सबसे करीबी चेहरों में से एक
- मदन साहनी – मल्लाह समाज का प्रतिनिधित्व
नीतीश कुमार ने एक बार फिर ‘संतुलन ही राजनीति है’ वाला मंत्र जारी रखा।

LJP (Ram Vilas) – 2 मंत्री
- संजय पासवान
- संजय सिंह
चिराग पासवान ने कम सीटों में भी बड़ा कैबिनेट एंट्री हासिल कर ली।
HAM – 1 मंत्री
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संतोष सुमन (दलित चेहरा)
RLN – 1 मंत्री
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दीपक प्रकाश (कुशवाहा समाज, नॉन-इलेक्टेड)
NDA ने बिहार में जाति, क्षेत्र, अनुभव, युवा—सबका बैलेंस बैठाकर एक पॉलिटिकली परफेक्ट कैबिनेट तैयार किया है।
शपथ समारोह के बाद PM मोदी ने सभी मंत्रियों को बधाई दी। अब सबकी नजर एक ही चीज़ पर—“काम कब शुरू होगा?”
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