लेबनान में हुए पेजर धमाकों का भारत से कनेक्शन! जांच में हुआ बड़ा खुलासा

नई दिल्ली: लेबनान में हिजबुल्लाह पेजर विस्फोटों को लेकर कई खुलासे हो रहे है। वहीं नॉर्वे में रहने वाले भारतीय प्रवासी रिनसन जोस का नाम इन धमाकों से जुड़ रहा है, जिसमें 12 लोग मारे गए थे।

रिपोर्ट्स के अनुसार संदिग्ध पेजर्स की सप्लाई जोस के स्वामित्व वाली कंपनी नोर्टा ग्लोबल ने की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान अपने चहेते हिजबुल्ला पर हुए पेजर अटैक की जांच अलग से कर रहा है, जिसे इजरायल ने दहला दिया था। लेबनान धमाकों की जांच कई एजेंसियां कर रही हैं। अभी तक की पड़ताल में पता चला है कि 37 साल के रिनसन जोस की जड़े केरल से जुड़ी हैं। अब वायनाड में उसका इतिहास खंगाला जा रहा है। सामने आई रिपोर्ट में बताया गया कि बुल्गारिया में 37 वर्षीय व्यक्ति के स्वामित्व वाली एक कंपनी उग्रवादी समूह को पेजर की आपूर्ति में शामिल थी।

जांच से पता चला कि कथित तौर पर मोसाद द्वारा तीन ग्राम विस्फोटक छिपाने के लिए मॉडिफाइड किए गए पेजर, एक ताइवान स्थित कंपनी गोल्ड अपोलो द्वारा निर्मित किए गए थे। हालांकि, एक बयान में कंपनी ने कहा कि विस्फोट में प्रयुक्त पेजर मॉडल, AR-924, वास्तव में हंगरी के बुडापेस्ट स्थित कंपनी BAC कंसल्टिंग KFT द्वारा निर्मित और बेचा गया था। जिसे कंपनी के ट्रेडमार्क का प्रयोग की अनुमति दी गई थी। बुल्गारियाई राज्य सुरक्षा एजेंसी DANS ने कहा कि वह देश के आंतरिक मंत्रालय के साथ समन्वय कर रही है और नॉर्टा ग्लोबल लिमिटेड कंपनी की भूमिका की जांच कर रही है। ये कंपनी 2022 में सोफिया में पंजीकृत हुई थी। जो कि नॉर्वे के रिनसन जोस की है। हालांकि, एक दिन बाद शुक्रवार को DANS ने कहा कि लेबनान में हुए विस्फोटों में प्रयुक्त पेजर बुल्गारिया में आयातित, निर्यातित या निर्मित नहीं थे।

समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, जोस कुछ साल पहले उच्च शिक्षा के लिए नॉर्वे गए थे। उन्होंने कुछ समय के लिए लंदन में भी काम किया था। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, उनके लिंक्डइन पेज से पता चला है कि उन्होंने नॉर्वेजियन प्रेस समूह डीएन मीडिया के लिए डिजिटल कस्टमर सपोर्ट में लगभग पांच साल तक काम किया है। डीएन मीडिया ने अख़बार वर्डेंस गैंग को बताया कि वह मंगलवार से विदेश में काम के सिलसिले में यात्रा पर हैं और वे उनसे संपर्क नहीं कर पाए हैं।

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