
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में ABVP छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ गया है। श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के बाहर छात्रों पर हुई बर्बरता के बाद अब पुलिस महकमे में हलचल मच गई है।
CO हटाए गए, SHO लाइन हाजिर – कार्रवाई में तेजी
लाठीचार्ज की घटना के बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए:
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CO सिटी हर्षित चौहान को पद से हटाकर CO ऑफिस से सम्बद्ध कर दिया है।
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SHO कोतवाली रामकिशन राणा और संबंधित चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया है।
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घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन से सम्बद्ध कर दिया गया है।
अब सवाल उठता है – क्या सिर्फ ट्रांसफर से होगी इंसाफ की पूर्ति?
ABVP छात्रों पर लाठीचार्ज – वायरल हुई तस्वीरें और वीडियो
कल विश्वविद्यालय के बाहर ABVP कार्यकर्ता छात्र हितों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। तभी पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसकी वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
छात्र संगठनों और विपक्ष ने इसे लेकर पुलिसिया बर्बरता का आरोप लगाया और सरकार से जवाबदेही की मांग की।
जांच IG अयोध्या रेंज को सौंपी गई
सरकार ने मामले की जांच IG अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार को सौंप दी है। अब देखना ये होगा कि क्या जांच में सिर्फ खानापूर्ति होगी, या वास्तविक दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

क्योंकि मामला अब सिर्फ छात्रों का नहीं, लोकतांत्रिक विरोध की अभिव्यक्ति का है।
प्रशासन सवालों के घेरे में – जवाब कौन देगा?
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क्या छात्रों पर बल प्रयोग उचित था?
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क्या प्रदर्शन के दौरान सहज संवाद का विकल्प नहीं था?
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और सबसे अहम – क्या इस कार्रवाई से छात्र राजनीति को कुचलने की मंशा झलकती है?
एक लाठी, कई सवाल
बाराबंकी में जो हुआ, वह सिर्फ एक घटनाक्रम नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल है। अब देखना है कि जांच सच्चाई तक पहुंचेगी या फिर सत्ता की दीवार से टकराकर रुक जाएगी।
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