अमेरिका: ट्रंप का एक और टैरिफ अटैक

इस्पात और एल्यूमीनियम आयात पर 25% शुल्क लगाने का किया है ऐलान

वाशिंगटन ।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कनाडा तथा मेक्सिको सहित इस्पात और एल्युमीनियम के सभी आयातों पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की चेतावनी दी है। साथ ही इस सप्ताह के अंत में अन्य आयात शुल्क भी लगाए जाएंगे।
सुपर वाउल में हिस्सा लेने के लिए फ्लोरिडा से न्यू ऑरलियन्स जाते समय विमान ‘एयर फोर्स वन में’ पत्रकारों से वातचीत में उन्होंने कहा, ‘अमेरिका में आने वाले किसी भी इस्पात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगेगा।’ एल्युमिनियम के वारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘एल्युमीनियम भी व्यापार दंड के अधीन होगा। ट्रंप ने पारस्परिक शुल्क की घोषणा करने की बात भी

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दोहराई जिसका मतलव है कि अमेरिका उन उत्पादों पर आयात शुल्क लगाएगा जहां किसी अन्य देश ने अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘यदि वे हमसे 130 प्रतिशत शुल्क ले रहे हैं और हम उनसे
कुछ भी शुल्क नहीं ले रहे हैं, तो अव यह स्थिति ऐसी नहीं रहेगी।’ गौरतलव है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने पहले भी कई वार कहा है कि वह आयात करों को आव्रजन जैसे मुद्दों पर रियायतें दिलाने के साधन के साथ ही इसे सरकार के वजट घाटे को कम करने में मदद करने वाले राजस्व के स्रोत के रूप में भी देखते हैं।
इस बीच, दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग – मोक ने देश के शीर्ष विदेश नीति एवं व्यापार अधिकारियों की सोमवार को वैठक वुलाई, जिसमें इस वात पर गौर किया गया कि इस्पात और एल्युमीनियम पर ट्रंप के प्रस्तावित शुल्क से उनके उद्योगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। दक्षिण कोरिया ने 2024 में जनवरी से नवंबर के बीच अमेरिका को करीव 4.8 अरब अमेरिकी डॉलर का इस्पात भेजा, जो इस अवधि के दौरान उसके वैश्विक निर्यात का 14 प्रतिशत था।

भारत के इस्पात उद्योग पर असर नहीं
नई दिल्ली । इस्पात सचिव संदीप पौंड्रिक ने सोमवार को कहा कि इस्पात आयात पर शुल्क लगाने की अमेरिकी घोषणा का भारतीय उद्योग पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि घरेलू वाजार मजबूत है और अमेरिका को होने वाले निर्यात की मात्रा वहुत ज्यादा नहीं है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह विभिन्न देशों से सभी इस्पात और एल्युमीनियम आयात पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाएंगे।

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अधिकारी ने उद्योग मंडल वंगाल चैंवर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के एक कार्यक्रम में कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस्पात पर शुल्क लगाने के वारे में कहा है। वास्तव में, हम अमेरिका को कितना इस्पात निर्यात करते हैं । हमने पिछले साल 14.5 करोड़ टन इस्पात का उत्पादन किया था, जिसमें से 95,000 टन अमेरिका को निर्यात किया गया था । इसलिए, इससे क्या फर्क पड़ता है कि आप 14.5 करोड़ टन में से 95,000 टन का निर्यात नहीं कर पाएंगे।’
पौंड्रिक ने ‘खनिज खनन और धातु सम्मेलन’ को संवोधित करते हुए कहा कि वढती खपत के कारण भारत का घरेलू वाजार खुद इतना मजबूत है कि आने वाले वर्षों में इस्पात उद्योग के लिए इसे पूरा करना मुश्किल होगा।

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