
समाजवादी पार्टी (सपा) आगामी पंचायत चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी ने आरक्षण और परिसीमन के डेटा पर पैनी नजर रखने के लिए जिलेवार रणनीति बनाई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले ही भाजपा पर आरोप लगाया था कि वे आईटी प्रोफेशनल्स की मदद से चुनावी डेटा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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आरक्षण और परिसीमन पर सपा की पैनी नजर
सपा नेताओं का कहना है कि वे आरक्षण और परिसीमन के डेटा पर भी नजर रख रहे हैं, ताकि सत्ताधारी दल कोई गड़बड़ न कर सके। इसके लिए हर जिले में पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश मुख्यालय स्तर पर भी कुछ वरिष्ठ नेताओं को इस काम में लगाया गया है, ताकि कहीं से कोई गड़बड़ की जानकारी मिलने पर उसे तत्काल चुनाव आयोग तक पहुंचाया जा सके।
कार्यकर्ताओं की प्रशिक्षण और रणनीति
सपा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे अपने ग्राम, क्षेत्र और जिलास्तर पर अधिकारियों के सामने अपना पक्ष मजबूती से रख सकें। पार्टी नेतृत्व का कहना है कि अगर कहीं कोई गड़बड़ी होती हुई दिखी तो चुनाव आयोग से लेकर कोर्ट तक का विकल्प अपनाया जाएगा।
भाजपा पर आरोप और सपा की प्रतिक्रिया
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भाजपा आईटी प्रोफेशनल्स की मदद से चुनावी डेटा का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास डेटा और तकनीक है, और वे इसका इस्तेमाल आरक्षण और परिसीमन में गड़बड़ी करने के लिए कर सकते हैं। इसलिए सपा ने अपनी तैयारी को मजबूत किया है।
सपा की पंचायत चुनावों के लिए तैयारियां पूरी जोरों पर हैं। पार्टी ने आरक्षण और परिसीमन के डेटा पर नजर रखने के लिए जिलेवार रणनीति बनाई है और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया है। भाजपा पर आरोपों के बावजूद, सपा अपनी रणनीति में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।