
क़तर की राजधानी दोहा के पास स्थित अल उदैद एयरबेस, अमेरिका की सेंट्रल कमांड के एयर ऑपरेशंस का मुख्यालय है। यहां लगभग 8,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं और यह बेस ईरान, इराक, अफगानिस्तान और सीरिया में अभियानों के लिए अहम लॉजिस्टिक केंद्र के रूप में कार्य करता है।
व्यास गद्दी पर हमला: आज के हिंदू समाज को आत्ममंथन की ज़रूरत है?
इस एयरबेस को रणनीतिक रूप से इतना महत्वपूर्ण माना जाता है कि यहां खाड़ी क्षेत्र की सबसे लंबी रनवे भी मौजूद है। इसे अबू नक़्ला एयरपोर्ट भी कहा जाता है।
मिसाइल हमले से पहले अलर्ट: अमेरिका ने क्यों हटाए अपने विमान?
ईरान पर अमेरिकी हमलों से ठीक पहले सैटेलाइट तस्वीरों में देखा गया कि अमेरिकी विमानों को अल उदैद के रनवे से हटाया जा रहा था। अमेरिका को ईरानी प्रतिक्रिया की आशंका पहले से थी, इसीलिए पूरे मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना हाई अलर्ट पर थी।
ट्रंप की चौंकाने वाली चुप्पी: हमला हुआ लेकिन जवाब नहीं
15 मई 2025 को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस बेस का दौरा किया था। उन्होंने सैनिकों से कहा था, संघर्ष नहीं, समाधान चाहता हूं, लेकिन ज़रूरत पड़ी तो ताक़त का इस्तेमाल करूंगा।
ईरानी मिसाइलों के हमले के बाद ट्रंप प्रशासन की ओर से पहले सख्त जवाब की उम्मीद थी, लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा कर दी।
ईरान का दावा — ‘अल उदैद एयरबेस तबाह’
ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने दावा किया कि उसने “क़तर स्थित अमेरिकी बेस को नेस्तनाबूद” कर दिया है, हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि “क़तर या उसके नागरिकों को कोई खतरा नहीं था।”
ईरानी मीडिया ने बताया कि जितने बम अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर गिराए थे, उतनी ही मिसाइलें अल उदैद पर दागी गईं।
क़तर का जवाब: हमारी संप्रभुता का उल्लंघन
क़तर के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा,“यह हमारी संप्रभुता, वायुसीमा और अंतरराष्ट्रीय क़ानून का घोर उल्लंघन है।”
प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने बताया कि:
-
सभी ईरानी मिसाइलें इंटरसेप्ट की गईं
-
बेस को पहले ही खाली करवा लिया गया था
-
किसी को कोई हानि नहीं हुई
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि क़तर को इस “आक्रामक हमले” का जवाब देने का अधिकार है।
अमेरिका-क़तर रक्षा समझौता: और 10 साल तक साझेदारी पक्की
क़तर और अमेरिका के बीच दिसंबर 2002 में सैन्य समझौता हुआ था, जिसे 2024 में 10 साल और बढ़ा दिया गया।
अब तक अमेरिका ने क़तर को 26 अरब डॉलर से अधिक के हथियार दिए हैं, जिनमें शामिल हैं:
पैट्रियट मिसाइल सिस्टम
नेशनल एडवांस्ड सरफेस-टू-एयर मिसाइल
F-15QA फाइटर जेट्स
AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर
अर्ली वॉर्निंग रडार सिस्टम
क्या अल उदैद बन चुका है युद्ध का अगला मोर्चा?
ईरान द्वारा क़तर में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर मिसाइलें दागना, सिर्फ एक सैन्य हमला नहीं, बल्कि मध्य पूर्व की स्थिरता पर एक खुली चुनौती है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिका इस हमले के जवाब में अपने रणनीतिक हितों की रक्षा कैसे करता है, और क़तर जैसे छोटे लेकिन अहम साझेदार की संप्रभुता और सुरक्षा को कैसे संतुलित करता है।