“जहाँ वोटर मुस्लिम… वहाँ किसकी किस्मत ‘क़िस्मतवाला’ बनी?”

अजमल शाह
अजमल शाह

बिहार विधानसभा चुनाव की गिनती लगभग पूरी हो चुकी है और अब तस्वीर साफ है। धर्म, जाति और खासकर मुस्लिम वोट — इस बार भी वही कहानी, वही समीकरण, पर रिजल्ट में ट्विस्ट बॉलीवुड से भी बड़ा!

17.7% मुस्लिम आबादी… और कई सीटों पर वही तय करते हैं— “कौन पटना जाएगा और कौन घर पर राजनीतिक आध्यात्म कराएगा!” महागठबंधन— वोट बचाओ मिशन, NDA— वोट साधो मिशन, AIMIM— वोट कलेक्टर मोड और पब्लिक— “देखते हैं… कौन कितना दमदार!”

मुस्लिम डॉमिनेंस: किन सीटों ने बनाया चुनाव रोमांचक?

नरकटियागंज, बेतिया, सिकटा, सुगौली, बिस्फी, अररिया, किशनगंज से लेकर पूर्णिया–कटिहार तक… ये वो सीटें हैं जहाँ वोटर कहते हैं— “Hum decide करेंगे… और बाकी सब analysis करेंगे!”

सीट-वाइज़ मसालेदार विश्लेषण

BJP का दबदबा:

जहाँ बवाल मचा, वहाँ BJP ने साफ कहा — “Development चलता है तो वोट मिलता है।”
सिकटी, पूर्णिया, कटिहार, दरभंगा, जाले, सिवान जैसी कई सीटों पर BJP ने दिखाया मजबूती।

JDU की पॉकेट सीट्स:

नरकटिया, बरारी, रघुनाथपुर, बड़हरिया — JDU को यहाँ मिला वो प्यार जो सोशल मीडिया पर भले न दिखे पर EVM में जोर से बोलता है।

RJD— कुछ जीते, कुछ बचे, कुछ… हवा में उड़ गए!

बिस्फी, रानीगंज जैसे मुस्लिम-बहुल इलाकों में RJD की पकड़ दिखी, पर कई जगह AIMIM ने ‘कटमारू फैक्टर’ दिखा दिया।

AIMIM— कम जगह लड़े, पर जहाँ लड़े… वहाँ ‘चक दे फते’

जोकीहाट, बहादुरगंज, कोचाधामन, बैसी — AIMIM ने फिर साबित कर दिया— “हम कम हैं पर कमाल बहुत करते हैं।”

Congress— कुछ अच्छा, कुछ साइलेंट मोड

अररिया, मनिहारी, किशनगंज में कांग्रेस ने इज्जत बचाई।

नेता बोले— ‘हम जीतें तो जनता समझदार, हम हारें तो EVM दुखी!’

हर चुनाव के बाद वही आवाज़ें, वही ट्वीट्स—

  • “जनता ने विकास को चुना।”
  • “जनता ने हमें मौका दिया।”
  • “जनता जागरूक है।”

और पब्लिक बोलती है— “आप चाहे जो बोलो… हमारा वोट असली हीरो है।”

मुस्लिम सीटों का ओवरऑल पैटर्न:

  • AIMIM ने अपनी जेब में कुछ सीटें दबा लीं
  • महागठबंधन को हिस्सेदारी मिली, लेकिन उम्मीद कम पूरी हुई
  • NDA ने कई सीटों पर जबरदस्त टक्कर के साथ बढ़त बनाई

इस बार ट्रेंड साफ — मुस्लिम वोट monolithic नहीं रहा… सीट टू सीट माइक्रो-पैटर्न नजर आया।

बिहार का यह चुनाव बता गया कि मुस्लिम वोट सिर्फ भावनात्मक कार्ड पर नहीं जाता— अब वो उम्मीदवार की पकड़, पंचायत का माहौल और लोकल equation देखकर वोट करता है। और नेताओं के लिए सबक— “Ground reality ≠ Studio debate!”

ऐतिहासिक जीत पर PM Modi बोले—‘सुशासन और विकास की जीत हुई’

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