
गोरखपुर में बन रहा उत्तर प्रदेश का पहला State Institute of Hotel Management (SIHM) अब लगभग तैयार है। ₹48.39 करोड़ की लागत से बन रहे इस हॉस्पिटैलिटी एजुकेशन सेंटर का 95% काम पूरा हो चुका है।
सितंबर 2025 तक इसकी फिनिशिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद यहां पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
सीएम योगी के विजन से गोरखपुर बना हॉस्पिटैलिटी का नया हब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर को पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में नई पहचान मिल रही है।
यहां पर पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े होटल ब्रांड्स, रेस्तरां और टूरिज्म से जुड़ी परियोजनाएं शुरू हुई हैं।
कुशल मानव संसाधन की बढ़ती मांग को देखते हुए यह SIHM, युवाओं को प्रोफेशनल ट्रेनिंग देने का केंद्र बनेगा।
क्या-क्या सुविधाएं होंगी पहले चरण में?
SIHM के पहले चरण में अत्याधुनिक सुविधाएं तैयार की गई हैं:
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प्रशासनिक भवन
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क्लासरूम्स और कॉमन हॉल
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मॉडर्न किचन ट्रेनिंग सेंटर
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अंडरग्राउंड पार्किंग
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फायर सेफ्टी और पाइपलाइन सिस्टम
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इलेक्ट्रिफिकेशन
इस पूरे प्रोजेक्ट का निर्माण C&DS यूनिट-14 के जरिए कराया गया है, और इसकी शुरुआत 26 सितंबर 2023 को हुई थी।
अगले सत्र से शुरू होंगे रोजगारपरक कोर्स
संस्थान में अगले शैक्षिक सत्र से होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी से जुड़े डिप्लोमा और डिग्री कोर्सेस शुरू कर दिए जाएंगे।
यह कोर्स इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के मुताबिक होंगे, जिससे छात्रों को देश और विदेश, दोनों जगह नौकरी के बेहतर अवसर मिलेंगे।
युवाओं को मिलेगा नया स्किल डेवेलपमेंट प्लेटफॉर्म
गोरखपुर के छात्रों को अब बाहर जाकर हॉस्पिटैलिटी की पढ़ाई नहीं करनी होगी। यहां SIHM से पढ़ाई करके वे सीधे इंडस्ट्री में रोजगार पा सकेंगे। यह संस्थान सरकार की “स्किल इंडिया” और “वोकेशनल एजुकेशन” नीतियों को मजबूत बनाएगा।

दूसरे चरण में होंगे स्टूडेंट हॉस्टल्स का निर्माण
SIHM के दूसरे चरण में ब्वॉयज और गर्ल्स हॉस्टल बनाए जा रहे हैं।
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लागत: ₹46.81 करोड़
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शुरुआत: 15 मई 2026
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ब्वॉयज हॉस्टल: 5 मंज़िला, 128 कमरे
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गर्ल्स हॉस्टल: 5 मंज़िला, 84 कमरे
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निर्माण पूर्ण होने की समय सीमा: मई 2027
फिलहाल इस चरण की भौतिक प्रगति 14% तक पहुंच चुकी है।
उत्तर प्रदेश में हॉस्पिटैलिटी एजुकेशन का नया अध्याय
SIHM, उत्तर प्रदेश में हॉस्पिटैलिटी शिक्षा का पहला राज्य स्तरीय संस्थान होगा, जो भविष्य में और भी शहरों में ऐसे संस्थानों की राह बनाएगा। यह प्रोजेक्ट युवाओं को ग्लोबल स्टैंडर्ड की ट्रेनिंग देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
SIHM की स्थापना न सिर्फ शहर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आर्थिक, शैक्षणिक और रोजगार की दृष्टि से बेहद फायदेमंद साबित होने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल से न केवल हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार होगी, बल्कि गोरखपुर देशभर के टूरिज्म मैप पर भी उभरेगा।
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