
हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में जब बादल फटे, तब जनता बह रही थी और विपक्ष गरज रहा था—लेकिन सांसद कंगना रनौत कहीं दिखाई नहीं दीं। कई दिनों की डिजिटल खोजबीन, मीम्स की बारिश, और #WhereIsKangana ट्रेंड के बाद आखिरकार रविवार को कंगना मंडी पहुंच गईं। और आते ही एक बात क्लियर कर दी — “हम तो यहीं थे!”
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विपक्ष बोले — सांसद लापता, कंगना बोले — हम तो मौजूद थे!
मीडिया से बातचीत में कंगना ने कहा, “ये विपक्ष की बातें हैं। उन्हें राजनीति करनी है। हमारी टीम तो हर जगह पहुंची हुई है।”
फिर चाहे टीम दिखे या न दिखे, वो तो अलग बात है। लेकिन इतना जरूर है कि कंगना का आत्मविश्वास सोशल मीडिया से ज्यादा तेज बहता नज़र आया।
“हमारी टीम हर जगह है, सिर्फ कैमरे नहीं हैं!”
कंगना ने कहा कि सराज और थूनाग में भारी तबाही हुई है और टीम ने हर क्षेत्र में कमेटी बना दी है। लेकिन जनता के मन में यह सवाल अब भी तैर रहा है कि, टीम दिखती क्यों नहीं? “कंगना जी किन्नौर में थीं, पर इंस्टाग्राम पर क्यों नहीं थीं?”
राहत या रील्स?
विपक्ष ने आरोप लगाया कि संकट के समय सांसद ‘साइलेंट मोड’ में थीं। लेकिन कंगना ने दावा किया कि राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं हुई।
बोलने का अंदाज़ ऐसा कि जैसे फिल्म का ट्रेलर हो, और हर फ्रेम में देशभक्ति के डायलॉग।
कंगना का जवाब नामांकन स्पीच से कॉपी-पेस्ट?
कंगना की स्पीच में हर लाइन ऐसे थी जैसे चुनाव प्रचार का पोस्टर हो:
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“हमारी टीम मौजूद है।”
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“प्रशासन निगरानी में है।”
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“कोई संशय नहीं है।”
कंगना रनौत की मंडी में मौजूदगी एक रियलिटी शो की तरह लगी—लेट एंट्री, हाई इंटेंसिटी, कम क्लैरिटी! अब देखना ये है कि क्या जनता इस जवाब से संतुष्ट होती है, या फिर अगली बार MP के चयन में IMDb रेटिंग नहीं, राहत कार्य देखेगी।
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