
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ट्विटर पर ऐसी घोषणा कर दी, जिसे सुनकर शेयर बाजार तो झूम उठा, लेकिन जापान थोड़ा कन्फ्यूज़ हो गया।
उन्होंने लिखा कि जापान 550 अरब डॉलर अमेरिका में निवेश करेगा और दोनों देशों के बीच 15% पारस्परिक टैरिफ़ पर सहमति बन गई है।
लेकिन जैसे ही पत्रकारों ने जापान के अधिकारियों से पूछा — जवाब मिला,
“हमें भी यही ट्वीट दिखा है।”
शायद ट्रंप की डील अब पहले ट्विटर पर साइन होती है, बाद में टेबल पर।
कार, ट्रक और चावल: अमेरिका का नया एक्सपोर्ट मिशन
ट्रंप साहब ने दावा किया कि जापान अब अमेरिका की बनी हुई कारें, ट्रक, चावल और कुछ अन्य कृषि उत्पाद खरीदेगा। मतलब अब जापानी सड़कों पर “Ford Fiesta” और प्लेटों में “Uncle Sam का चावल”?
यह तय नहीं, लेकिन ट्रंप की कल्पनाओं में सब कुछ संभव है।
उन्होंने White House में प्रेस से कहा:
“इतिहास की सबसे बड़ी डील… शायद।”
“शायद”, यानी ट्रंप स्टाइल में कॉनफिडेंस के साथ कन्फ्यूज़न।
शेयर बाजार को ट्रंप पर भरोसा, जापान को थोड़ा संदेह
डील की घोषणा के बाद जापान का Nikkei 225 इंडेक्स 2.5% उछल गया, और टोयोटा, निसान, होंडा जैसी कंपनियों के शेयर भी गाड़ी की तरह सरपट भागे।
बाजार सोचता है – “ट्रंप बोले हैं, मतलब कुछ तो होगा।”
लेकिन जापान का मीडिया और दूतावास अब भी डील की पक्की कॉपी ढूंढ रहा है।
जापानी पीएम ने दी ‘थोड़ी हां’ की झलक
कुछ देर बाद जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा सामने आए और बोले:
“हां, जापानी कार कंपनियों पर अमेरिका में अब 25% की बजाय 15% टैरिफ़ लगेगा।”
ये सुनकर लगा जैसे जापान ने डील नहीं, डील की डिलीवरी स्वीकार की है — वो भी बिना इनवॉइस के।
रेसिप्रोकल टैरिफ़: “तू देगा तो मैं भी दूंगा” नीति
इस डील का एक दिलचस्प पहलू ये भी है कि दोनों देश “पारस्परिक शुल्क” यानी रेसिप्रोकल टैरिफ़ पर राज़ी हुए हैं। अब ये देखने वाली बात है कि जापान अमेरिका से चावल खरीदेगा या ट्रंप अमेरिका से सुशी मंगवाएंगे।
और अगर ये सब नहीं हुआ, तो कम से कम एक शानदार ट्वीट जरूर हो गया।
डील की पुष्टि नहीं, पर सस्पेंस पूरा है
इस पूरे प्रकरण से एक बात साफ है — ट्रंप साहब का ट्विटर अकाउंट अब विदेश नीति का सीधा रिमोट कंट्रोल बन चुका है।
कोई दस्तावेज़, कोई प्रेस रिलीज़ नहीं, बस एक ट्वीट — और दुनिया हिल जाए।
तो अगली बार अगर ट्रंप ट्वीट करें कि उन्होंने चाँद से व्यापार समझौता कर लिया है, तो NASA भी पहले ट्विटर चेक करेगा।
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