
बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी वोटर लिस्ट पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की तैयारी है। चुनाव आयोग को शक है कि “कुछ वोटर्स ज़रूरत से ज़्यादा डेमोक्रेटिक” हैं — यानी एक ही नाम तीन-तीन वार्डों में दर्ज!
राज्य चुनाव आयोग ने आदेश दिया है कि अब BLO घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की वेरिफिकेशन करेंगे। अफसरों के मुताबिक, इस ऑपरेशन के बाद करीब 50 लाख फर्जी वोटर्स के नाम हट सकते हैं।
फर्जी वोटर्स का ‘खुलासा’: एक शख्स, तीन जगह वोट
चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि पीलीभीत, वाराणसी, बिजनौर और हापुड़ में कुछ मतदाताओं के नाम दो या तीन जगह दर्ज हैं।
- पीलीभीत के पूरनपुर ब्लॉक में 97,000 से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर्स
- वाराणसी के आराजीलाइन ब्लॉक में 77,947
- गाजीपुर के सैदपुर ब्लॉक में 71,170
- जौनपुर के शाहगंज ब्लॉक में 62,890 फर्जी वोटर्स
मतलब, लोकतंत्र में भागीदारी इतनी ज़्यादा कि एक वोटर कई जगह वोट देने को तैयार है — “One Man, Many Votes” का नया नारा!
घर-घर जाकर होगी लिस्ट वेरिफिकेशन
अब BLO टीमों को आदेश मिला है कि वे “Door-to-Door Democracy Check” करें। हर घर जाकर ये देखेंगे कि कौन वाकई वोट डालने लायक है और कौन बस नाम डालने में माहिर।
राज्य चुनाव आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि पंचायत स्तर पर वेरिफिकेशन टीम बनाई जाए।
यूपी पंचायत चुनाव 2026: कब और कैसे?
2026 में यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं — ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत स्तर पर।

- 58000 पंचायतें, 8000 वार्ड, 800 जिला पंचायत वार्ड
- 50% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित
- अधिसूचना जनवरी 2026 में,
- मतदान फरवरी-मार्च 2026 में होने की संभावना।
पिछले चुनाव (2021) में भी चार चरणों में वोटिंग हुई थी, लेकिन इस बार “फर्जी वोटर्स” को पहले ही आउट कर दिया जाएगा।
अब यूपी में वोटर लिस्ट अपडेट नहीं, “वोटर फिटनेस ड्राइव” चलने वाली है — जो डुप्लीकेट है वो बाहर, जो असली है वो टिकेगा!
कुछ लोग तो कह रहे हैं — “नाम हटने से पहले फोटो खिंचवा लें, याद रहेगा कि हम भी कभी मतदाता थे।”
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