
7 जुलाई, 2025 को डोनाल्ड ट्रंप ने साबित कर दिया कि अगर अमेरिका फर्स्ट है, तो बाकी सब सेकेंड लास्ट हैं। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर उन्होंने 14 देशों पर नए टैरिफ्स (import duties) लगाने की घोषणा की — और वो भी हल्के-फुल्के नहीं, सीधे 25% से 40% तक!
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किसे कितने प्रतिशत का झटका लगा?
“जैसे बोर्ड एग्ज़ाम के मार्क्स आते हैं, वैसे ही टैरिफ की लिस्ट आई है!”
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म्यांमार, लाओस – 40% (डायरेक्ट टॉपर्स)
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कंबोडिया, थाईलैंड – 36%
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बांग्लादेश, सर्बिया – 35%
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इंडोनेशिया – 32%
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बोस्निया, साउथ अफ्रीका – 30%
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जापान, साउथ कोरिया, मलेशिया, ट्यूनीशिया, कजाकिस्तान – 25%
इतना टैरिफ तो लोग लक्ज़री ब्रांड्स पर भी नहीं देते!
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ट्रंप ने कहा कि ये कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था और राष्ट्र सुरक्षा की रक्षा के लिए ज़रूरी हैं।
“अगर आप हमें टैक्स मारते हैं, तो हम आपको सुपरटैक्स मारेंगे! जितना तुम जोड़ोगे, उतना हम डबल कर देंगे।”
मतलब – ट्रेड वार 2.0 शुरू हो गया है। ट्रंप स्टाइल में।
लेकिन फोन पर बात हो सकती है… शायद… थोड़ा… कभी…
दिलचस्प बात ये है कि ट्रंप ने बातचीत का रास्ता भी थोड़ा-बहुत खुला छोड़ दिया है। बोले:
“मैं स्टिक हूं, लेकिन रबर भी हूं। अगर कोई फोन करता है तो बात बन सकती है।”
इस बयान में ट्रंप की क्लासिक फ्लेक्सिबिलिटी देखी जा सकती है – जहाँ वो अपने बयान को खुद ही डायल डाउन कर लेते हैं।
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जापान और दक्षिण कोरिया जैसे विकसित देश तो इस फैसले से चौंक गए होंगे। कंबोडिया और लाओस को शायद पहले समझाना पड़ेगा कि “टैरिफ” है क्या और क्यों लग गया?
डोनाल्ड ट्रंप ने फिर साबित कर दिया कि इंटरनेशनल ट्रेड भी WWE की तरह है – ड्रामा, शॉक और एंटरटेनमेंट भरपूर।
अब देखना ये है कि ये देश ट्रंप को कॉल करते हैं या वॉशिंगटन में कोई नया रिंग तैयार होता है।
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