
उत्तर प्रदेश की जनता जो पिछले कुछ हफ्तों से ऐसी गर्मी झेल रही थी जैसे सूर्यदेव अपनी स्पेशल सैलरी पर काम कर रहे हों — अब राहत की सांस ले सकती है। मौसम विभाग ने ऐलान किया है कि 18 या 19 जून को मानसून प्रदेश में दस्तक देने वाला है। मतलब, अब छाता, चाय और पकौड़ों का सीजन शुरू होने वाला है।
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18-19 जून से यूपी में बदरा बाबा की एंट्री
मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून पूर्वी उत्तर प्रदेश से होकर एंट्री करेगा। पहले आएंगे हल्के-फुल्के बादल, फिर चलेगी हल्की फुहार, और उसके बाद जो शुरू होगी — वो होगी झमाझम बारिश की असली बारात! प्रदेश के कई हिस्सों में 19 और 20 जून को मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
तपती गर्मी बोलेगी – “मैं तो जा रही हूं!”
गर्मी की हालत इस कदर थी कि बिजली भी शर्म से गुल हो जाती थी और लू सीधे कानों में फुसफुसाती थी: “तेरा क्या होगा बंदे!” लेकिन अब राहत की बात है कि मानसून के आगमन से न सिर्फ़ मौसम ठंडा होगा, बल्कि यूपी की जनता भी थोड़ी “ठंडी” हो जाएगी।
13 जिलों पर बादलों की विशेष कृपा
बारिश का सबसे पहला असर दिखेगा मिर्जापुर, सोनभद्र, वाराणसी और तराई के अन्य जिलों में। इन 13 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। यानी वहां के लोग अब गर्मी से नहीं, बल्कि छत से टपकती बूंदों और कीचड़ भरी सड़कों से परेशान होने की तैयारी करें।
वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट: आसमान से बिजली भी गिरेगी!
मानसून के साथ सिर्फ बारिश नहीं, बिजली का भी बम फूट सकता है। मौसम विभाग ने 22 जिलों में वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मतलब बारिश के साथ “Thunder and Lightning शो” भी फ्री मिलेगा। दर्शकों से अनुरोध है कि पेड़ों के नीचे खड़े न हों, वरना शो का हिस्सा बन सकते हैं।
इन जिलों में सावधानी जरूरी
भारी बारिश की आशंका है वाराणसी, गाजीपुर, भदोही, बलरामपुर, कुशीनगर, मिर्जापुर, सिद्धार्थ नगर, चंदौली, बलिया, देवरिया और उनके आस-पास के क्षेत्रों में। वहीं वज्रपात की चेतावनी गोरखपुर, प्रयागराज, बहराइच, आजमगढ़, गोंडा, संत कबीर नगर, जौनपुर समेत आधे से ज़्यादा यूपी में जारी है।
बंगाल और अरब सागर की जुगलबंदी
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बन रहे दबाव के क्षेत्र जल्द ही आपस में मिल जाएंगे। और जब यह मेल-मिलाप होगा, तो समझ लीजिए — बादल दिल्ली तक नहीं रुकेंगे! बारिश का यह सिलसिला 4–5 दिनों तक चल सकता है, जिससे बुंदेलखंड और मध्य यूपी को भी अच्छी खासी भीगने की सौगात मिलेगी।
बुंदेलखंड बोलेगा – “अब आया मज़ा!”
जहां अब तक बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज जैसे जिले गर्मी से तंदूर हो रहे थे, वहीं अब इन इलाकों में ठंडी हवाओं की दस्तक और बारिश की रिमझिम से लोगों को असली राहत मिलेगी। अब AC नहीं, खिड़की खोल कर बैठने का मन करेगा।
गर्मी आउट, मानसून इन!
तो उत्तर प्रदेश में अब ग्रीष्मकालीन आपातकाल का अंत होने वाला है। तपिश को विदाई देने और बादलों की मेहरबानी में भीगने का वक्त आ गया है। बस छाता संभालिए, बिजली से सावधान रहिए और याद रखिए — “बारिश का असली मज़ा, चाय और पकौड़े के साथ ही आता है!”
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