उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से सामने आए एक चौंकाने वाले मामले में, एक पाकिस्तानी महिला ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी कर ली और लगातार 9 वर्षों तक सेवा देती रही। जातिगत जनगणना: विकास का मॉडल या सामाजिक विभाजन का जरिया? खुलासा होने पर तत्काल बर्खास्तगी और वेतन वसूली जैसे ही जांच में यह मामला उजागर हुआ, विभाग ने महिला को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। इसके साथ ही उसके द्वारा लिए गए पूरे वेतन की वसूली के आदेश भी जारी कर…
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