जहाँ श्रद्धालु भोलेनाथ के जयकारों में मग्न हैं, वहीं कुछ नेताओं के बयान सुनकर लग रहा है जैसे ये यात्रा अब आस्था से ज़्यादा आधार कार्ड वेरिफिकेशन पर टिकी है। यूपी की राजनीति में कांवड़ यात्रा अब “Know Your ढाबावाला” स्कीम बन चुकी है। रेस्टोरेंट वाले अब ‘तंदूरी रोटियाँ’ से ज़्यादा अपने धर्म और जाति के प्रूफ देने में व्यस्त हैं। ब्रजेश पाठक का सपा पर हमला: तुष्टिकरण और दंगा राजनीति का आरोप सपा vs भाजपा: धार्मिक डेबेट का नया सीज़न समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने भाजपा को…
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