शिबू सोरेन: दिशोम गुरु से तीन बार मुख्यमंत्री बनने तक की कहानी

11 जनवरी 1944 को ब्रिटिश भारत के नामरा गाँव (अब झारखंड) में जन्मे शिबू सोरेन भारतीय राजनीति के उन चेहरों में हैं जिनका नाम संघर्ष, जनांदोलन और झारखंड राज्य निर्माण से जुड़ा हुआ है। उन्हें झारखंड के आदिवासी समाज का ‘दिशोम गुरु’ यानी ‘जनजातीय मार्गदर्शक’ कहा जाता है। शुरुआती जीवन और संघर्ष पिता शोभराम सोरेन की हत्या के बाद शिबू का जीवन संघर्षमय रहा। खेती के काम में हाथ बंटाते हुए उन्होंने आदिवासियों की ज़मीन बचाने के लिए आवाज़ उठानी शुरू की। 1970 में उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की…

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