“ज्ञान की डिग्री पर लग गई रिश्वत की सील – गोरखपुर यूनिवर्सिटी बना ‘घूसालय'”

जिस जगह से उजाला फैलना चाहिए, वहाँ अंधेरा बिकने लगा। गुरुवार को गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एक अधीक्षक साहब—बृजनाथ सिंह—को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। महाविद्यालय की मान्यता के लिए उन्होंने जो फीस तय की थी, वह सरकारी नहीं, “गोपनीय” थी—₹50,000 नगद। घूस की गुगली: मान्यता चाहिए? तो चढ़ाओ दक्षिणा! शिकायतकर्ता संदीप कुशवाहा (भरपटिया, कुशीनगर निवासी) ने बताया कि उनके कॉलेज – वैष्णवी महिला महाविद्यालय – की मान्यता और एक सह-आचार्य की नियुक्ति के नाम पर बृजनाथ ने 50 हजार की डिमांड रखी थी। लगता…

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