मिस्टर नटवरलाल (1979): ठग, हीरो और बच्चन की पहली ‘बेबाक़’ आवाज़

1979 में एक फिल्म आई जो ठगी की दुनिया से सीधा निकली थी, लेकिन अंदाज़ ऐसा कि जनता कह उठी — “ठगी हो तो ऐसी!”नाम था – मिस्टर नटवरलाल — और हीरो थे अमिताभ बच्चन, जो इस बार सिर्फ एक्शन नहीं, गाना भी गा रहे थे। हां, आपने सही पढ़ा — गाना! और वो भी बच्चों के लिए। कहानी में ट्विस्ट है, और बाघ भी! छोटे नटवर के प्यारे भाई इंस्पेक्टर गिरधारीलाल (अजीत साहब, अपनी शानदार भारी आवाज़ में) को विक्रम सिंह (अमजद खान) झूठे केस में फंसा देता है।अब…

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कर्मा (1986): देशभक्ति, बदला और बम ब्लास्ट ने बॉक्स ऑफिस फाड़ डाला

1986 की सुपरहिट फिल्म “कर्मा” कोई आम मसाला फिल्म नहीं थी। यह वो टाइम था जब दिलीप कुमार थप्पड़ मारते थे और विलेन की पूरी आत्मा हिल जाती थी। सुभाष घई ने इस फिल्म में देशभक्ति, बदला, थप्पड़, ट्रेनिंग मोंटाज और गाना “ऐ वतन तेरे लिए” को एक ही फ्रेम में पिरोकर बॉक्स ऑफिस का लहूलुहान कर दिया। डॉ. डांग: नाम सुनते ही थप्पड़ की गूंज आती थी अनुपम खेर की सबसे क्रूर, स्लीक और स्लीमी भूमिका – डॉ. माइकल डांग – एक ऐसा आतंकवादी जो जेल में वार्डन पीट…

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