अबकी बार वोटिंग में ना हेराफेरी, ना हसीना जी!

बांग्लादेश की राजनीति में जो न हुआ, वह आखिरकार हो ही गया। शेख हसीना की “सुपर सीमेंटेड” कुर्सी हिल गई, और मोहम्मद यूनुस की अगुआई में एक अंतरिम सरकार आ बैठी—सिर्फ बैठी नहीं, लोकतंत्र का झंडा उठाए बैठी है! रेडियो पर रॉकस्टार मोदी! कभी योग, कभी सिल्क, कभी संविधान की बात होंगे इतिहास के सबसे ‘निष्पक्ष’ चुनाव? खुलना में प्रेस से बात करते हुए यूनुस सरकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने दिल से दावा कर दिया कि “अबकी बार वोटिंग में न हेराफेरी, न हसीना जी!” उन्होंने कहा कि…

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