कभी छात्र नेता, आज उपमुख्यमंत्री—जनता के ब्रजेश भइया का सफर

25 जून 1964 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां कस्बे में जन्मे ब्रजेश पाठक ने लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करते हुए ही जनता के दिलों में अपनी जगह बनानी शुरू कर दी थी।1989 में छात्रसंघ के उपाध्यक्ष और फिर 1990 में अध्यक्ष बने — यहीं से एक लीडर बनने की कहानी की शुरुआत हुई। BRICS 2025 में बड़ा भूचाल: मोदी के सम्मान से चिढ़े जिनपिंग समिट से हटे कांग्रेस से बसपा तक: बदलते दल, पर जनता के लिए एक जैसा समर्पण राजनीति की पहली परीक्षा 2002…

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