देसाई इज़ बैक! बुकर की रेस में ‘सोनिया-सनी’ संग जबरदस्त एंट्री

किरण देसाई, जिनका नाम भारतीय साहित्य की दुनिया में पहले ही बुकर प्राइज़ की वजह से अमर हो चुका है, एक बार फिर इतिहास रचने के क़रीब हैं। उपन्यास ‘The Loneliness of Sonia and Sunny’ के लिए उन्हें 2025 के बुकर प्राइज़ के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। 19 साल बाद फिर से बुकर की रेस में 2006 में ‘The Inheritance of Loss’ के लिए बुकर जीतने वाली किरण देसाई अब दोबारा उसी मुकाम के पास पहुंची हैं। अगर वह जीतती हैं, तो वे बुकर इतिहास की केवल पांचवीं लेखिका…

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