केप कैनवेरल । अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर पिछले नौ महीने से फंसी नासा की अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और वुच विल्मोर अंततः मंगलवार को ‘स्पेसएक्स’ के यान से पृथ्वी के लिए रवाना हो गए। दोनों अंतरिक्षयात्री नौ महीने पहले वोइंग की एक परीक्षण उड़ान के जरिये अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचे थे। वुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने दो अन्य अंतरिक्षयात्रियों के साथ स्पेसएक्स कैप्सूल पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा।
कैप्सूल अमेरिका के पूर्वी तटीय समयानुसार सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात एक बजे (भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 10:30वजे) के कुछ समय वाद अंतरराष्ट्रीय केंद्र से अलग हुआ और इसके मौसम अनुकूल होने पर पूर्वी तटीय समयानुसार 5:57 वजे (भारतीय समयानुसार मंगलवार – बुधवार की दरमियानी रात 3:27 बजे) पर फ्लोरिडा तट पर उतरने का कार्यक्रम है। दोनों अंतरिक्षयात्री पांच जून 2024 को वोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष में गए थे।
उन्हें एक सप्ताह के बाद ही लौटने की उम्मीद थी । अंतरिक्ष स्टेशन के रास्ते में इतनी सारी समस्याएं आईं कि नासा ने अंततः स्टारलाइनर को खाली वापस धरती पर लगाया और परीक्षण पायलटों को स्पेसएक्स में स्थानांतरित कर दिया, जिससे उनकी घर वापसी फरवरी तक टल गई। इसके वाद स्पेसएक्स कैप्सूल संबंधी समस्याओं के कारण एक महीने की और देरी हुई।
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रविवार को दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को राहत मिली, जव राहत दल अंतरिक्ष केंद्र पहुंचा जिसका अभिप्राय था कि विल्मोर और विलियम्स आखिरकार लौट सकते है। नासा ने इस सप्ताह के अंत में अनिश्चित मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए उन्हें थोड़ा पहले ही लौटने की योजना पर अमल करा दी। उन्होंने नासा के निक हेग और रूस के अलेक्जेंडर गोरखुनोव के साथ चेक आउट किया,जो पिछले साल अपने स्पेसएक्स कैप्सूल में आए थे। इसमें स्टारलाइनर से आए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के लिए दो खाली सीटें आरक्षित थीं।
नासा की ऐनी मैकक्लेन ने अंतरिक्ष केंद्र से उस समय पुकारा, जव कैप्सूल प्रशांत महासागर से 260 मील (418 किलोमीटर) ऊपर रवाना हुआ, हम आपको याद करेंगे, लेकिन घर वापसी की आपकी यात्रा सुखद रहे। उनकी स्थिति ने दुनिया का ध्यान खींचा, जिससे ‘काम पर अटके रहना’ वाक्यांश को नया अर्थ मिला। अन्य अंतरिक्षयात्रियों ने दशकों में लंवी अंतरिक्ष उड़ानें भरी थीं, लेकिन किसी को भी इतनी अनिश्चितता से नहीं जूझना पड़ा या अपने मिशन की अवधि को इतना अधिक वढ़ते हुए नहीं देखना पड़ा । विल्मोर और विलियम्स ने अंतरिक्ष केंद्र में जल्द ही मेहमान से पूर्ण रूप से सदस्य वन गए, प्रयोग किए, उपकरण ठीक किए और साथ में अंतरिक्ष में चहलकदमी भी की।
मोदी ने सुनीता विलियम्स को भारत आने का न्योता दिया
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नासा की अंतरिक्ष यात्री सु विलियम्स को पत्र लिखकर भारत आने का न्योता दिया है। विलियम्स अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर नौ महीने विताने के वाद वुधवार को पृथ्वी पर लौटने वाली है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक मार्च को लिखे गए पत्र को नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो के माध्यम से विलियम्स को भेजा गया है। इस पत्र को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। मोदी ने पत्र में लिखा, “भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीव है। भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके मिशन में सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे है। “